HEALTH NEWS : अंधेरे में मोमबत्ती जलाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेंटेड मोमबत्ती की रोशनी आपको मार सकती है? अगर आप नहीं जानते तो इस वीडियो को देख लें। क्योंकि यहां पर आप इन सुगंधित मोमबत्ती के नुकसान के बारे में जानेंगे। Doctor ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इसकी जानकारी शेयर की है। जो अब काफी तेजी से फैलता है। उन्होंने बताया कि फेफड़ों को ये सेंटेड मोमबत्ती कैसे खराब कर सकते हैं। ये गाड़ी से निकलने वाले धुंए से भी खतरनाक बताई हैं। HEALTH NEWS
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सेंटेड मोमबत्ती क्यों हैं खतरनाक?
इन सेंटेड कैंडल बनाने में सिंथेटिक फ्रेग्रेंस का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पैथालेट्स (phthalates) मौजूद होते हैं। इन मोमबत्तियों को जलाने के बाद पैथालेट्स हवा में घुल जाता है। इसके बाद ये हमारे शरीर में प्रवेश करता है। यह केमिकल निमोनिया का कारण हो सकता है। जिससे फेफड़ों में दर्द होता है। इसके अलावा, इससे आपकी मानसिक शांति भी खराब हो सकती है। ज्यादा इस्तेमाल से अस्थमा भी हो सकती है।
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इन बीमारियों को देती हैं दावत
इन सुगांधित मोमबत्तियों में कई अलग-अलग केमिकल शामिल हैं। जो सिगरेट और बीड़ी से भी अधिक खतरनाक हैं। कैंडल्स की पैराफिन वैक्स में टॉक्सिक एसीटोन, फिनोल, जाइलिन, क्रेसोल और ब्लोरोबेंजीन जैसे रसायनिक होते हैं। जो कि, कैंसर फेफड़ों और ब्रेन संबंधी बीमारी को पैदा कर सकते हैं।
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इंसानों के साथ-साथ ये जानवरों के लिए भी काफी हानिकारक होती है। इसका धुआं कुत्ते या बिल्ली में रेस्पिरेटरी समस्याओं को बढ़ा सकता है। जिसकी वजह से वह बीमार हो सकते हैं।
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