Hindu Nav Varsh 2024 : अंग्रेजी कैलेंडर में 1 जनवरी से हर साल नए साल की शुरुआत होती है। लेकिन हिंदी कैलेंडर के अनुसार, चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की तिथि से नया साल शुरू होता है। यही कारण है कि आपको लगता है कि चैत्र माह की शुरुआत होली के अगले दिन ही होती है, तो फिर हिंदू नववर्ष को 15 दिन बाद, यानी शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं इसके बारे में। Hindu Nav Varsh 2024
चैत्र नवरात्र पर बन रहे हैं एक नहीं कई शुभ योग
चैत्र नवरात्रि का आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी, जानें…
कब मनाए जाएंगे चैत्र और शारदीय नवरात्र? जाने
इसलिए 15 दिन बाद शुरू होता है नवर्वष
हिंदी कैलेंडर के अनुसार, होली के अगले दिन से चैत्र का महीना शुरू हो जाता है, लेकिन इसकी शुरुआत के 15 दिन बात यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिंदू नवर्वष की शुरुआत मानी जाती है। यानी चैत्र माह के शुरुआत के 15 दिनों को नववर्ष में नहीं गिना जाता है।
जानिए, व्रत के दौरान क्यों किया जाता है सात्विक भोजन ?
इसका कारण है कि इस दिनों में चंद्रमा अंधेरे की ओर यानी अमावस्या की तरफ बढ़ता है। वहीं, सनातन धर्म में अंधेरे से उजाले की तरफ बढ़ने की बात कही गई है। इसलिए चैत्र माह में अमावस्या खत्म होने के बाद नए साल की शुरुआत होती है। इसी कारण से फाल्गुन माह की पूर्णिमा यानी होली के अगले दिन से नया महीना तो शुरू हो जाता है, लेकिन हिंदू नववर्ष चैत्र माह के 15 दिन बीतने के बाद शुरू होता है।
बता दें कि 09 अप्रैल 2024 से शुरू होने जा रहा हिंदू नव वर्ष 2081 होगा। अंग्रेजी कैलेंडर और हिंदू कैलेंडर के बीच 57 साल का फर्क होता है, क्योंकि हिंदू नववर्ष अंग्रेजी के नए साल से करीब 57 साल आगे चलता है।
यह भी है एक कारण
चैत्र मासि जगत ब्रह्मा संसर्ज प्रथमेऽहनि,
शुक्ल पक्षे समग्रेतु तदा सूर्योदय सति।।
ब्रह्म पुराण में इस बात का वर्णन मिलता है कि, जब ब्रह्मा जी इस सृष्टि की रचना की तब चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि ही थी। इसलिए इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है और इसी तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी मानी जाती है।
डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं।