Vaishakh Amavasya 2024 : अमावस्या (Vaishakh Amavasya) प्रत्येक महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन होती है। 08 मई वैशाख अमावस्या है। सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस दिन साधक गंगा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। भगवान विष्णु भी पूजा जाता है। Vaishakh Amavasya 2024
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पितरों का तर्पण भी अमावस्या तिथि पर किया जाता है। गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में निहित है कि पितरों का तर्पण करने से जातक पितृ दोष से छुटकारा पाता है। पितरों का आशीर्वाद भी जातक को जीवन भर की खुशियां देता है। इसलिए साधक तीन पीढ़ियों के पितरों को श्रद्धा से तर्पण करते हैं। ज्योतिषियों ने कहा कि वैशाख अमावस्या पर एक दुर्लभ सौभाग्य योग बनेगा। इन तरीकों से भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अनंत लाभ मिलेगा। हम जानते हैं:
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शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, वैशाख अमावस्या 07 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 08 मई को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगी। साधक 08 मई को स्नान-ध्यान, पूजा, जप-तप और दान-पुण्य कर सकते हैं।
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शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो वैशाख अमावस्या पर सर्वप्रथम सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समापन शाम 05 बजकर 41 मिनट तक है। इसके बाद शोभन योग का संयोग बन रहा है। इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से हो रहा है। इस समय में स्नान-ध्यान करने से साधक को पुण्यकारी लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही वैशाख पूर्णिमा पर शिववास का भी योग (सुबह 08 बजकर 51 मिनट से) बन रहा है। इस समय में भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। साथ ही कालसर्प दोष का निवारण कर सकते हैं।
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