Kartam Bhugtam Review : ज्योतिष की आड़ में लोगों साथ ठगी की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। अब सोहम पी शाह ने भी इसी विषय को अपनी कहानी का आधार बनाया है। बाद में यह प्रतिशोध ड्रामा में बदल गई है। फिल्म का विषय अच्छा है, लेकिन कर्मों को फल उतना चौंकाने वाला नहीं रहा। Kartam Bhugtam Review
रेड कारपेट पर ऐश्वर्या राय ने गोल्डन ब्लैक गाउन में ढहाया कहर
श्रेयस तलपड़े और विजय राज की एक्टिंग है कमाल
‘कर्तम भुगतम’ में श्रेयस तलपड़े का किरदार बहुत ही सेंसेटिव तरह से पेश किया गया है. उसे एक आम और साधारण शख्स की तरह दिखाया गया है, जो परेशान हो जाता है तो ज्योतिष पर विश्वास कर बैठता है. वहीं दूसरी तरफ विजय राज ने हमेशा की तरह अपने किरदार में दमदार आवाज और एक्सप्रेशन्स से जान भरी है.
आखिरी तक बना रहता है सस्पेंस
‘कर्तम भुगतम’ (Kartam Bhugtam) फिल्म की कहानी इंटरवल के बाद दर परत दर खुलती है. जहां एक साथ बहुत सारे सरप्राइज और इमोशन्स देखने को मिलते हैं. यही फिल्म में आखिरी तक दिलचस्पी को भी बनाए रखती है. बता दें, ‘कर्तम भुगतम’ फिल्म का डायरेक्शन सोहम.पी शाह ने किया है.
इन एक्ट्रेस की जोड़ी ने दी है साल 2024 की पहली तमिल हिट
इन भारतीय हस्तियों ने रेड कार्पेट पर दिखाया फैशन का जलवा
फिल्म की शुरुआत अच्छी है, लेकिन कई दृश्यों में दोहराव है। कहानी का पहला हिस्सा खिंचा हुआ लगता है। समस्या किरदारों के गढ़ने और उन्हें पेश करने में है। अन्ना और सीमा के अतीत के बारे में ठोस जानकारी नहीं दी गई है। फिल्म में पात्रों का उच्चारण भी एक समान नहीं है।
फिल्म का भार श्रेयस तलपड़े और विजय राज के कंधों पर है। देव की मासूमियत को श्रेयस तलपड़े ने समुचित तरीके से अंगीकार किया है। उनका किरदार सुध-बुध खो देता है। फिर अन्ना को देखते ही वह सामान्य हो जाता है। यह हिंदी फिल्मों के घिसे-पिटे फार्मूले की तरह है।
कैसा है फिल्म का स्क्रीनप्ले और अभिनय?
काल और लक जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके सोहम पी शाह की यह फिल्म मूल रूप से इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे परेशान लोग उम्मीद की तलाश में ऐसी जगहों को ढूंढते हैं, जहां से उन्हें कोई राहत मिल सके।
आयरन थ्रोन के लिए आपस में भिड़े टारगेरियन
इस साल रिलीज होंगी तमिल की ये मोस्ट अवेटेड फिल्में
JACKIE SHROFF : बिना इजाजत भिड़ू बोला तो देना पड़ेगा 2 करोड़ का जुर्माना!