Shree Satyanarayan Pooja : सनातन शास्त्रों में कहा गया है कि जगत के नाथ भगवान विष्णु की सेवा करने वाले लोगों की हर इच्छा पूरी होती है। मृत्यु उपरांत बैकुंठ लोक भी मिलता है। इसलिए एकादशी और पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। गुरुवार के दिन भी लक्ष्मी नारायण की उपासना की जाती है। Shree Satyanarayan Pooja
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पूर्णिमा तिथि पर श्री सत्यनारायण देव (Shree Satyanarayan) की भी पूजा की जाती है। इस पूजा हेतु मुहूर्त का विचार नहीं किया जाता है। सत्यनारायण देव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में आने वाले सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से निजात पाना चाहते हैं, तो जुलाई महीने में इस दिन घर पर श्री सत्यनारायण देव की पूजा करें। आइए, तिथि और शुभ मुहूर्त जानते हैं-
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शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो आषाढ़ पूर्णिमा 20 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह 05 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 21 जुलाई को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। अतः 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है। साधक 21 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा व्रत रख सकते हैं। साथ ही 21 जुलाई को ही श्री सत्यनारायण पूजा कर सकते हैं।
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पंचांग
सूर्योदय – सुबह 05 बजकर 36 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 07 बजकर 18 मिनट पर
चन्द्रोदय- शाम 07 बजकर 38 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 14 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 17 मिनट से 07 बजकर 38 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है।