Ashadha Month 2024 : चंद्र माह में दो पक्ष होते हैं एक कृष्ण पक्ष दूसरा शुक्ल पक्ष । दोनो में पंद्रह पंद्रह दिन यानी तिथियां होती है। कई बार एक पक्ष में एक तिथि बढ़ जाती हैं कभी एक तिथि कम हो जाति है। Ashadha Month 2024
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भगवान विष्णु को समर्पित आषाढ माह 23 जून से 21 जुलाई तक 29 दिन रहेगा। द्वापर के बाद यह पहला मौका होगा जब आषाढ माह में कृष्ण पक्ष 13 दिन का होगा। इसकी वजह प्रतिपदा और चतुर्दशी तिथि का क्षय होना है।
5 जुलाई तक रहेगा कृष्ण पक्ष
कृष्ण पक्ष 23 जून से 5 जुलाई तक रहेगा। जबकि शुक्ल पक्ष 6 जुलाई से 21 जुलाई तक होगा। ज्योर्तिविदों का मानना है कि इस तरह की स्थिति को घस्र पक्ष कहा जाता है, जिसमें शुभ कार्य नहीं करने की हिदायत दी जाती है।
13 दिनों को विश्व घस्र
ज्योतिष के अनुसार, देवयोग से तेरह दिनों का आषाढ़ कृष्ण पक्ष युगों के बाद आता है। सूर्य चंद्र की स्पष्ट गणित प्रक्रिया के अनुसार किसी पक्ष में दो तिथि का क्षय हो जाने से 13 दिनों का पक्ष हो जाता है। इस प्रकार तेरह दिनों के पक्ष को विश्व घस्र कहा जाता है।
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नारायण विजय पंचांग के अनुसार इस तरह की स्थित द्वापर में बनी थी और महाभारत युद्ध हुआ था। धर्म शास्त्रों एवं ग्रंथो की माने तो जनता में असामान्य रोग,मंहगाई,राजनीतिक उठापटक जैसी स्थितियां निर्मित होती है। आषाढ़ मास के अतिरिक्त 13 दिन का पक्ष संवत 2016 में भाद्र मास,2031 में कार्तिक मास में,2050 आषाढ़ मास में 2062कार्तिक मास में, 2067 द्वितीय वैशाख मास में और संवत 2078 में भाद्र शुक्ल पक्ष में आया है।
ज्योतिर्विद के अनुसार आषाढ मास भगवान विष्णु को समर्पित है। साथ ही महादेव, शक्ति और सूर्य देव की उपासना भी की जाती है। मान्यता है कि इस माह में तप-साधना से मान-सम्मान के साथ सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
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इसमें गुप्त नवरात्र, जगन्नाथ रथयात्रा और देवशयनी एकादशी सहित विभिन्न तीज-त्योहार आएंगे। इस माह में जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। उनकी विशेष आराधना होती है। देवशयनी एकादशी पर भगवान चार माह के लिए शयन पर जाते है और मांगलिक कार्यों पर विराम लगता है। इस माह का समापन गुरु पूर्णिमा के साथ होगा।
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इस माह के तीज-त्योहार
योगिनी एकादशी 2 जुलाई
प्रदोष व्रत 3 जुलाई
मासिक शिवरात्रि 4 जुलाई
आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई
आषाढ माह की गुप्त नवरात्र 6 जुलाई से
जगन्नाथ रथयात्रा 7 जुलाई
देवशयनी एकादशी 17 जुलाई
गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है।