GSVM Medical College : हैलट (Hallet) के जच्चा-बच्चा विभाग में नौ महीने पहले एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। जन्म के तुरंत बाद बच्ची के माता-पिता मौके से छोड़कर भाग निकले थे। GSVM Medical College
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डॉक्टरों ने महिला के पते पर संपर्क किया तो वह फर्जी निकला। वहां की नर्सों और डॉक्टरों ने मिलकर बच्ची को पालन पोषण किया और उसका नामकरण कर बेबी पूनम रखा।
बच्ची की विदाई के समय कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला (Dr Sanjay Kala), डॉ. आरके सिंह (Dr. RK Singh), डॉ. अरुण आर्या (Dr. Arun Arya), डॉ. विनय कटियार (Dr. Vinay Katiyar) समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा। सुबह पहले बाल कल्याण समिति कानपुर देहात की तीन सदस्यीय टीम ने पहले बच्ची को अपने सुपुर्द में लिया। इसके बाद लखनऊ से पहुंची राज्यकीय बाल संरक्षण गृह की टीम ने उनसे अपने सुपुर्द लिया।
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राज्यकीय बाल संरक्षण गृह के लिए विदा किया
शुक्रवार को जच्चा-बच्चा विभाग में सभी नर्स और डॉक्टर इकट्ठा हुए और बेबी पूनम को राज्यकीय बाल संरक्षण गृह के लिए विदा किया। इस दौरान नर्स और डॉक्टरों की आंखें नम हो गई। सभी ने बेबी पूनम को लारदुलार करते हुए उसे विदाई दी।
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19 सितंबर 2023 को हुआ था जन्म
19 सितंबर 2023 को कानपुर देहात के रनियां निवासी जगदीश की पत्नी पूनम ने ऑपरेशन से एक बेटी को जन्म दिया था। उस दौरान नवजात का वजन डेढ़ किलो था। डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में रखा था। मां पूनम को जनरल वार्ड में शिफ्ट किया था। बेटी के जन्म के तीसरे ही दिन दंपती अस्पताल से चुपचाप भाग निकले। इसके बाद से बच्ची का पूरी इलाज से लेकर खाने पीने तक का खर्च अस्पताल की नर्स और डॉक्टर उठा रहे थे।
कई बार प्रशासन को लिखा पत्र
डॉ. आरके सिंह, अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक, बार-बार जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बच्ची को बाल संरक्षण गृह भिजवाने को कह रहे थे। इसके बाद प्रशासन ने इसका संज्ञान लिया और शुक्रवार को प्रक्रिया को पूरा किया।
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