KANPUR NEWS : कानपुर के उर्सला में दिए जाने वाले कई इंजेक्शन अधोमानक निकले हैं। कम असर वाले एमोक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलनेट इन्जेक्शन संक्रमित मरीजों को लगा दिए गए।
यूपीएमएससीएल की लापरवाही, हैलेट में मरीजों को लगा दिए गए घटिया इंजेक्शन
यह एंटीबायोटिक शरीर को बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPMSCL) से इंजेक्शन की आपूर्ति की थी। अप्रैल में Drug Administration ने इस इंजेक्शन का नमूना उर्सला से लिया था। जो जांच में फेल हो गया।
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ब्लैक लिस्ट होगी कंपनी
ड्रग इंस्पेक्टर ओम पाल सिंह (Drug Inspector Om Pal Singh) ने बताया कि एमोक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलनेट (amoxicillin and potassium clavulanate) 1.2 ग्राम 74 प्रतिशत निकला। इस इंजेक्शन को लगाए जाने से मरीज को कोई राहत नहीं मिलती। इस संबंध में उर्सला प्रशासन को लेटर लिखकर नोटिस दिया गया है। यह दवाई ANG LIFE SCIENCES सोलन हिमाचल प्रदेश एवं maxmed LIFESCIENCES रुद्रपुर उत्तराखंड, से खरीदी है। संबंधित निर्माता को नोटिस कर ब्लैक लिस्ट की संस्तुति की है।
(UPMSCL) की इस लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। जांच में मिला है कि इसको लगाने के बाद इसका असर काफी कम होगा। मतलब संक्रमण से जूझ रहे मरीजों को जल्द लाभ नहीं मिलेगा। अब नमूने फेल होने की पूरी रिपोर्ट UPMSCL को भेजी जा रही है। वहीं कंपनी पर भी सख्त कार्रवाई को लिखा जा रहा है।
यह एक पेनिसिलिन-प्रकार की एंटीबायोटिक है जो आपके शरीर को बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है। इसका इस्तेमाल फेफड़ों (जैसे, न्यूमोनिया), कान, नेज़ल साइनस, मूत्र मार्ग, त्वचा और मुलायम ऊतक के इन्फेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है.
LAB में जांच के दौरान फेल पाए गए थे इंजेक्शन
औषधि विभाग ने amoxicillin and potassium clavulanate1.2gm इन्जेक्शन का नमूना लिया था। इसको जांच के लिए लखनऊ (LUCKNOW) स्थित राजकीय प्रयोगशाला भेजा गया था। यह नमूना जांच में फेल हो गया है। बताया गया कि इंजेक्शन अधोमानक पाया गया है। इसमें जो मानक 90 से 107 प्रतिशत होना चाहिए, वह 74 प्रतिशत निकला है। एमोक्सिसिलिन और पोटेशियम क्लैवुलनेट इंजेक्शन 600 मिलीग्राम जांच में 70 प्रतिशत निकला। इसको मरीज को लगाने से कोई फायदा नहीं होगा। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन (UPMSCL) से यह इंजेक्शन आपूर्ति की गई है।