Sawan 2024 : सावन, या श्रावण माह। हिंदू कैलेंडर में यह महीना सबसे महत्वपूर्ण है। भक्त इस समय भगवान शिव की पूजा करते हैं। श्रावण माह (Sawan 2024) हिंदुओं, खासकर शिव के अनुयायियों, के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि यह वही पावन समय है, जब देवों के देव महादेव धरती पर अपने भक्तों के कष्टों को दूर करने के लिए आते हैं। Sawan 2024
चंद्र दोष दूर करने के उपाय, पूजन सामग्री
72 साल बाद सावन पर बन रहा है दुर्लभ संयोग
इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से होगी। वहीं, जब सावन को कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, तो आइए भारत के प्रसिद्ध शिव धाम बिजली महादेव मंदिर पर नजर डालते हैं, जिनकी महिमा का गुणगान दूर-दूर तक फैला हुआ है।
सावन में मनाई जाएगी कामिका और पुत्रदा एकादशी
जानें, कैसे हुआ देवी बगलामुखी का अवतरण? कथा
हर 12 साल में गिरती है बिजली
ऐसा कहा जाता है कि इस कल्याणकारी मंदिर (Bijli Mahadev Mandir) में भोलेनाथ के ऊपर हर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है, जिसके पश्चात शिवलिंग कई टुकड़ों में बंट जाता है, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि मंदिर के पुजारियों द्वारा एक प्राचीन लेप से जोड़े जाने पर यह शिवलिंग पुन: जुड़ जाता है। कहते हैं कि लेप के लिए कुछ प्राचीन सामग्री व दाल के आटे, अनाज और मक्खन आदि से बने पेस्ट का उपयोग किया जाता है।
आषाढ़ पूर्णिमा पर नाराज पितरों को इस तरह करें प्रसन्न
जानें, कितने तरह की होती है कांवड़
बिजली महादेव मंदिर
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में ऐसे कई दिव्य मंदिर विराजमान हैं, जिनकी महिमा का गुणगान जितना भी किया जाए, उतना कम है। आज हम बात कर रहे हैं कुल्लू (Kullu) घाटी के सुंदर गांव काशवरी में स्थित बिजली महादेव मंदिर (Bijli Mahadev Temple) की, जिसके चमत्कार की चर्चा दुनिया भर में है। इस पवित्र धाम में हजारों लोग हर साल दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। यह धाम 2460 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
इन कार्यों को अनदेखा करना बन सकता है दरिद्रता का घर
कब और कैसे हुई थी कांवड़ यात्रा की शुरुआत? कथा
इस कारण भगवान शंकर हुए त्रिनेत्री, रहस्य
गांधारी का ये श्राप बना श्री कृष्ण की मृत्यु का कारण
धन से लेकर नेगेटिव एनर्जी तक, दूर करेंगे ये टोटके
हालांकि इस रहस्य को अभी तक कोई समझ नहीं पाया है। बता दें, इस पवित्र धाम में भक्तों की भारी मात्रा में भीड़ उमड़ती है। इसके साथ ही लोगों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।