KANPUR BIG NEWS : सिविल लाइंस स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जे के प्रयास के मामले में जेल भेजे गए प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित (Avnish Dixit) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
नजूल की कितनी जमीन, कितने लीज पर और कितने फ्री होल्ड हो गए आंकडा प्रशासन के पास नहीं
अवनीश दीक्षित पर जमीन कब्जाने के आरोप में एक और FIR
अवनीश दीक्षित, 7 पत्रकारों समेत 18 नामजद लोगों पर नजीराबाद थाना में FIR दर्ज की गई है। पूरे मामले में पांच से सात अज्ञात लोगों भी है, जिन सभी पर रंगदारी, बलवा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। नजीराबाद इंस्पेक्टर अमान सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामले की जांच कर रही है। KANPUR NEWS
अरबो की जमीन पर कब्जे की जांच को प्रशासनिक टीम गठित
ब्रह्मनगर निवासी आरटीआई एक्टिविष्ट एवं उप्रशासन से लैकफड संस्था से डेलीगेट सौरभ भदौरिया ने पुलिस को बताया कि कुख्यात विकास दुबे द्वारा पुलिसकर्मियों के किए गए नरसंहार में आरोपी के सहयोगी और खजांची जयकांत बाजपेई और उसके भाइयों तथा अन्य गिरोह के लोगों के खिलाफ मुख्य पैरोकार सरकार की गठित जांच एजेसियों में एसआईटी में 16 नंबर गवाह हूं। जिस कारण से जयकांत बाजपेई उसका भाई रजयकांत बाजपेई, शोभित बाजपेई, अजयकांत बाजपेई तीनों जेल गए थे।
बताया कि इन तीनों के जेल से आने के बाद तीनों के साथ पैरोकार के रूप में कई आरोपी समय-समय पर रोककर बिकरू कांड की पैरोकारी और अन्य घोटालों की पैरोकारी ना करने के लिए दबाव बनाने लगे। आरोप है, कि उनके विरोध करने इनके साथी विपिन गुप्ता ने सभी एक राय होकर विभिन्न प्रकार की भ्रामक और झूठी खबरें प्रसारित-प्रचारित करने लगे जिससे वह पैरोकारी करना बंद कर दें।
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उन्होंने पैरोकारी करना जारी रखा तो यह सभी आरोपी दुश्मनी की भावना रखने लगे। आरोप है, कि 3 अगस्त 2023 रात पौने दस बजे करीब ब्रह्मनगर चौराहे पर इन सभी लोगों ने एक राय होकर उन्हें रोक लिया और जयकांत बाजपेई का भाई रजय, शोभित कहने लगे कि इसी के कारण उनका साम्राज्य बर्बाद हो गया है।
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इस पर पत्रकार अवनीश दीक्षित और विपिन गुप्ता ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल रखकर कहा 20 लाख रुपये का इंतजाम कर लो अन्यथा गोली मार देंगे, जिससे वह वह भयभीत हो गए और जेब में रखे 35,000 रुपये धमकाने पर दे दिए। वहीं शेष रकम का इंतजाम कुछ समय में कहने की बात कहकर अपनी जान बचाकर मौके से भाग निकले। आरोप लगाया कि उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने डीसीपी से मामले में शिकायत की।
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इन पर दर्ज की एफआईआर
रजकांत बाजपेई, शोभित बाजपेई, अजयकांत बाजपेई, पत्रकार अवनीश दीक्षित, पत्रकार विपिन गुप्ता, यश मिश्रा, असलम राईनी, सलमान खान, निसार अहमद, पत्रकार विवेक पांडे उर्फ सोनू, पत्रकार राहुल बाजपेई, विशाल कोरी, पत्रकार अमन तिवारी, मनोज यादव, प्रिंस सोनकर, पत्रकार अभिनव शुक्ला, पत्रकार रमन गुप्ता, इखलाख अहमद और 5-7 अन्य अजात के खिलाफ बलवा, कार्य में बाधा डालना और रंगदारी में एफआईआर दर्ज की है।