उम्रभर बीमारियों से दूर रहेंगे बच्चे , बचपन में देंगे ऐसा आहार
अक्सर जब बात आती है बच्चों के खाने से जुड़े सवालों की तो ज्यादातर माता-पिता की परेशानी एक ही होती है कि उनका बच्चा कुछ नहीं खाता. वह बस बाहर का खाना या अटरम-शटरम पसंद करता है. और यह बड़ी वजह है कि परिजन बच्चों की सेहत के लिए चिंतित रहते हैं. अक्सर माता-पिता इस बात को लेकर भी दुविधा में रहते हैं कि बच्चे को क्या दिया जाए जो उसकी ग्रोथ के लिए अच्छा हो. तो आज हम आपको बताते हैं कि कैसी हो आपके बच्चे की डाइट. क्या हो उसके आहार में शामिल और क्या है ऐसा जो आपको उसे नहीं खिलाना…
- बचपन का समय शरीर और इससे जुड़े कई बदलावों और जरूरतों का होता है. इस उम्र में शरीर का विकास होता है. इसलिए जरूरी है कि आप बच्चे के आहार में हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज खाना ज्यादा ड़ालें. भले ही वे उन्हें पसंद नहीं करते हैं, लेकिन उनकी सेहत के बेहद जरूरी है.
- बच्चों को खाना परोसते हुए उसे थोड़ा डेकोरेट करें. ताकि वे खाने में दिलचस्पी लें और खेल-खेल में ही अपना खाना पूरा खत्म कर दें.
- हमारे घरों में गेहूं के आटे की रोटी बनते हैं. इस बात का नियम बनाएं कि आप इसे छान कर रोटी न बनाएं. आटे को चोकर के साथ ही गूथें.
- इसके अलावा दलिया, क्विन्वा या ब्राउन ब्रेड बच्चे को खिलाएं. चोकर या छिल्का युक्त अनाज विटामिन बी और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपके बच्चे का पेट भरने के साथ ही उनके पाचन को सुधारने में भी मददगार होते हैं. बच्चों को अंकुरित अनाज, सोयाबीन, चना भी खिलाएं.
- प्रोटीन ऊत्तकों का मरम्मत, हीमोग्लोबिन बनाने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मांसपेशियों को विकसित करने में मदद करता है.
- सी फूड, अंडे, लीन मीट, मुर्गी, फलियां, मटर, दूध, दाल, सोया आदि प्रोटीन के स्रोत होते हैं.बच्चों के आहार में फल और सब्जियां शामिल करने में अक्सर मां को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
- अपने बच्चों को अलग-अलग फलों को खाने के लिए कहें. फलों का जूस कभी-कभार ही दें, क्योंकि चोकर युक्त अनाज के फाइबर को ये शरीर से निकाल देते हैं और अगर जूस देना है तो बाजार में डिब्बाबंद जूस में ढेर सारा चीनी होता है, इसलिए घर पर बिना चीनी मिलाए जूस ही बच्चे को दें.
- सब्जियां खिलाएं, मटर, बीन्स, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां आपके बच्चे के सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं. ये विटामिन्स, मिनरल और आयरन से भरपूर होती हैं.
कम वसा युक्त डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर आदि कैल्शियम का अच्छा स्रोत होते हैं, जो शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. बच्चों के लिए गाय और बकरी के दूध का सेवन ज्यादा लाभदायक होता है.
- क्या न खिलाएं
- बच्चों को एडिड शुगर वाली चीजों से दूर रखें. ऐसी चीजों की आदत पड़ जाती है, जो बाद में उनके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेय साबित हो सकती है.
- प्रिजर्व्ड फूड, चॉकलेट्स, कैंडी, ब्राउन सुगर को लिमिटेड ही बच्चों के आहार में शामिल करें, क्योंकि इससे उनके दांतों में कैविटी होने की आशंका होती है और आगे चलकर सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
- संतृप्त और ट्रांस फैट वाले भोज्य पादार्थ सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जैसे उच्च वसा वाले दूध, रेड मीट और मुर्गी आदि.
- संतृप्त वसा युक्त आहार के बजाय विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड युक्त सब्जियों, नट ऑयल और सी फूड का सेवन करें. स्वास्थयपरक फैट नट्स, ऑलिव और एवोकैडो में पाए जाते हैं.