आपकी इन गलतफहमियों के कारण तो नहीं बढ़ रही पेट की समस्याएं…
इन दिनों पहले से कहीं अधिक लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पाचन को लेकर लोगों के मन में कई तरह की गलत जानकारी है, यहां ऐसे ही कुछ भ्रमों के बारे में बता रहें हैं ताकि आपको अपना पाचन सही रखने में मदद मिले।
बहुत अधिक पानी का लाभ नहीं
बहुत अधिक पानी पीने से पेट साफ होने में खास मदद नहीं मिलती है क्योंकि बड़ी आंतड़ियों तक पहुंचने से पहले पानी हमारे खून द्वारा सोख लिया जाता है।
खुश रहें
तनाव भी कई तरह की पाचन समस्याओं का कारण है जो मांसपेशियों में ऐंठन, आंतड़ियों में रूखापन तथा उनमें रक्त संचार में कमी पैदा कर सकता है। इरिटेबल बाऊल सिंड्रोम के कई मामले मनोवैज्ञानिक उपचारसे ठीक हो जाते हैं क्योंकि उनकी वजह तनाव होता है।
वजन घटाओं
अधिक वजन केवल आपके दिल के लिए ही बुरा नहीं है, पाचन तंत्र पर भी भार डालता है जिससे कई तरह की पाचन समस्याएं हो सकती हैं।
लैक्सेटिव्स केवल एमरजैंसी के लिए नहीं होते
यह भी एक भ्रम है कि लैक्सेटिव (रेचक औषधि) के नियमित सेवन से आंतड़ियों को नुक्सान हो सकता है। कुछ लोगों का पाचन कुदरती रूप से कमजोर होता है, ऐसे में लगातार कब्ज की तकलीफ सहने से बेहतर है कि लैक्सेटिव्स की मदद से पेट साफ रखा जाए।
पहले करें तैयारी
अगर आपको पता हैं कि पार्टी में खाने-पीने के बाद आपको पेट में ऐंठन होने लगती है तो पार्टी में जाने से पहले ही एंटी-स्पास्मेडिक दवा ले जा सकते हैं। इसी तरह अगर आपको दस्त लगते हैं तो पहले ही इमोडिय ले सकते हैं। हालांकि, ऐसा आप तभी करें जब आपको यकीन हो कि आपको खाने-पीने के बाद अक्सर ऐसी समस्याएं होती हैं।
प्रोबायोटिक्स का प्रयोग करें
अपने आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करें क्योंकि ये आंतड़ियों में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ते हैं।
फाइबर हमेशा फायदेमंद नहीं
खराब पाचन की समस्या वाले लोगों को अक्सर कहा जाता है कि वे आहार में फाइबर यानि रेशायुक्त चीजों को अधिक शामिल करें। हालांकि, गंभीर कब्ज से ग्रस्त लोगों की समस्या इससे और बढ़ सकती है क्योंकि इससे आंतड़ियों पर दबाव और बढ़ सकता है।