IGRS RANKING : डीएम के कारण बताओ नोटिस, प्रतिकूल प्रविष्टि की चेतावनी के बाद भी आईजीआरएस की रैंकिंग में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इस दफा जिले ने सात पायदान की कूंद जरूर लगाई है, लेकिन यह नाकाफी है।
निगेटिव फीडबैक से गिरी आईजीआरएस रैंक, डीएम-अब होगी प्रतिकूल प्रविष्टि की कार्यवाही
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सितंबर में मिले 69 रैंक के बाद अक्टूबर में रैंक 62 हो गई है। 130 में से जिले को 113 अंक के साथ 86.92 प्रतिशत मिले हैं। असंतुष्ट फीडबैक के कारण रैंक में सुधार नहीं हो पा रहा है। असंतुष्ट फीडबैक की संख्या 1286 है।
एडीएम सिटी डा. राजेश कुमार ने बताया कि आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण और निगेटिव फीडबैक को लेकर अफसरों को नोटिस जारी किया गया। शिकायतों के निस्तारण को और अधिक गंभीरता से किए जाने के आदेश दिए गए हैं। KANPUR IGRS RANKING
आईजीआरएस की शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर शासन गंभीर है। इसको लेकर लगातार दिशा निर्देश जारी किए जाते रहते हैं। डीएम ने अफसरों को हिदायत दे रखा है, शिकायतों के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। आईजीआरएस पोर्टल पर जनता की ओर से राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, नगर विकास, कृषि, पशुपालन सहित अन्य विभागों व सेवाओं से जुड़ी समस्याएं ऑनलाइन दर्ज की जाती हैं।
आलाधिकारियों को जारी किया था नोटिस
असंतुष्ट फीडबैक पर डीएम ने कई विभाग के आलाधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें उन्होंने भविष्य में अधिक संख्या में नकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त होने पर इसका संज्ञान लेते हुये संबंधित पर कार्यवाही को लिखा था।
डीएम ने सभी SDM को लेटर जारी कर शिकायत निस्तारण में लापरवह अफसरों पर सख्ती का आदेश जारी किया था। लेटर में उन्होंने शिकायतकर्ताओं से स्वयं बात करने का लिखा है। लगातार शिकायत करने वालों को कार्यालय बुलाकर उनकी समस्या सुनी जाए।
सब युक्ति फेल
डीएम ने निगेटिव फीडबैक आने वाले विभागों के अफसरों को कलेक्ट्रेट बुलाकर शिकायतों के निस्तारण में चर्चा करने की योजना बनाई थी। लेकिन यह योजना अब तक सिरे नहीं चढ सकी।
मनमाने अफसरों से डीएम खासे नाराज
दरअसल आईजीआरएस रैंकिंग में आ रही गिरावट और मनमाने अफसरों से डीएम खासे नाराज हैं। शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही और निगेटिव फीडबैक का असर रैंक पर पड रहा है। इस संबंध में डीएम की ओर कारण बताओ नोटिस भी जारी की गई, लेकिन अफसर अपने रवैये को ठीक नहीं कर रहे। अब शिकायतों पर कौन अफसर क्या कर रहा है, इसकी जानकारी तुरंत हो सकेगी। अपने क्षेत्र में अफसरों की गैरहाजिरी की शिकायत भी फरियादी डीएम से कर सकेंगे। सच्चाई क्या है और शिकायत में देरी किस पटल और अफसर द्वारा किया जा रहा है, इससे पूरी जानकारी हो सकेगी।
पुलिस कमिश्नरेट की लम्बी उछाल, पहली रैंक
शासन से जारी आईजीआरएस की अक्टूबर माह की रैंकिंग में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने अच्छा प्रदर्शन किया है। सितम्बर माह में 52वीं रैंक पाने के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने लम्बी उछाल मारकर पहली रैंक प्राप्त कर ली है। इससे पूर्व सितम्बर माह में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट 52वें स्थान पर था। उससे पहले अगस्त में 69वें स्थान पर रहा। जुलाई में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट 35वां स्थान पाया था।
पूरे अंक प्राप्त किए
आईजीआरएस रैंकिंग के लिए सरकार द्वारा 125 नम्बरों में मार्किंग की जाती है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने 125 में से पूरे 125 अंक प्राप्त किए। जिससे वह 100 प्रतिशत पर पहुंची और रैंक वन प्राप्त की।
छह माह में 5 हजार शिकायतें एक भी डिफाल्टर नहीं
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में बीते छह माह में 5672 शिकायतें अलग अलग प्रकरणों में प्राप्त हुई थी। जिसमें एक भी शिकायत डिफाल्टर श्रेणी में नहीं गई। इसी तरह मुख्यमंत्री को संबोधित छह शिकायतें आईजीआरएस के जरिए प्राप्त हुई। सभी छह शिकायतों को समय सीमा के अंदर पुलिस द्वारा निस्तारित किया गया।