Pandav Gufa: राजस्थान के माउंट आबू के देलवाड़ा क्षेत्र में एक प्राचीन गुफा मिली है, जहां माना जा रहा है कि पांडवों ने अज्ञातवास के समय माता कुंती के साथ तपस्या की थी। यह गुफा, जिसे पांडव गुफा के नाम से जाना जाता है, रसिया बालम और कुंवारी कन्या मंदिर से आगे अग्नेश्वर महादेव मंदिर मार्ग के पास स्थित है। Pandav Gufa
जानें, सपने में शारीरिक संबंध बनाने का क्या है संकेत
जानें, सपने में पानी देखना कब माना जाता है शुभ और अशुभ
यहां प्राकृतिक झरने के पास एक प्राचीन शिव मंदिर बना हुआ है, जहां पांच शिवलिंग स्थापित हैं। मान्यता है कि पांडवों ने स्वयं इन शिवलिंगों की स्थापना की थी और उनकी एक साथ पूजा करते थे। इस मंदिर की प्राचीनता को लेकर यहां तरह तरह की कहानियां प्रचलन में हैं. शिवपुराण समेत कई अन्य पुराणों में इस मंदिर का उल्लेख मिलता है.
ब्रह्म मुहूर्त में देखे गए ये सपने देते हैं शुभ संकेत
मंदिर का इतिहास
मंदिर का इतिहास करीब 5 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है। यह वर्षों तक विलुप्त था, जिसका जीर्णोद्धार महंत रतनगिरी महाराज ने करवाया था। मंदिर परिसर में उनकी समाधि और प्रतिमा भी स्थापित है। यह मंदिर अब देशभर से आने वाले साधु संतों का आश्रम बन गया है, और भक्त दूर-दूर से इस प्राचीन स्थान पर आकर दर्शन करते हैं और साधु संतों के आशीर्वाद लेते हैं। माउंट आबू के पांडव गुफा ने इतिहास के पन्नों को जीवंत कर दिया है। यह रहस्यमयी गुफा, प्राचीन शिव मंदिर और पहाड़ों में तैतीस कोटी देवी-देवताओं का वास इस पवित्र भूमि को और भी आकर्षक बनाता है।
तैतीस कोटी देवी-देवताओं का है वास
माउंट आबू राजस्थान का प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता बल्कि धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहां के पहाड़ों में तैतीस कोटी देवी-देवताओं का वास माना जाता है। माउंट आबू को ऋषि वशिष्ठ का निवास स्थान माना जाता है। ऋषि वशिष्ठ ने इस स्थान पर यज्ञ किया था और दिव्य गाय नंदी की रचना भी की थी।
क्या आपको भी सपने में दिखा शिवलिंग? जानिए…
जानें, सपने में काला कबूतर दिखना शुभ या अशुभ?
इन माता की भी होती थी पूजा
माता कुंती चामुंडा माता की पूजा करती थीं। गुफा के पास एक कक्ष भी बना हुआ है और पहाड़ी के नीचे एक अन्य स्थान पर भी एक गुफा है, जहां माता कुंती रहा करती थीं। अब इन गुफाओं में साधु-संत विश्राम करते हैं। मंदिर परिसर में हनुमानजी और नंदी के स्वरूप भी मौजूद हैं। यहां हनुमान प्रतिमा स्थापित नहीं है, बल्कि एक विशाल पत्थर पर ही उनकी छवि बनाई गई है। वहीं एक पहाड़ी को नंदी के रूप में पेंट किया गया है। यहां एक प्राचीन कुंड भी बना हुआ है।
जानें, सपने में कॉकरोच दिखना शुभ या अशुभ
सपने में चोरी होते देखना शुभ या अशुभ?
जानें, सपने में रंग-बिरंगी मछली दिखाई देना शुभ या अशुभ