KANPUR NEWS : मैरी एंड मैरी मैन कंपाउंड स्थित Nazul की एक हजार करोड़ की जमीन कब्जाने के प्रयास के बाद वसूली के मामलों में फरार नौ आरोपियों के खिलाफ पुलिस जल्द इनाम की प्रक्रिया शुरु कर सकती है।
शहर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में आरोपियों के खिलाफ वसूली, धमकी समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज है और आरोपी लगातार फरार चल रहे हैं। मामलों में एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) जारी करने के बाद इनाम घोषित किया जाएगा।
कुशाग्र पाण्डेय की जमानत याचिक खारिज
सिविल लाइन स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये कीमत की जमीन कब्जा करने के प्रयास मामले में पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद विभिन्न थानों में कई के खिलाफ वसूली की रिपोर्ट दर्ज हुई। जिसकी विवचेना भी चल रही है। इधर सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव के बाद एक बार फिर पुराने मुकदमों का रिव्यू शुरू कर दिया गया है।
मामलों में कई आरोपियों ने न तो जमानत कराई और न ही हाजिर हुए। लगातार फरार चल रहे हैं। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने जा रही है। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों का रिव्यू करने का आदेश जारी किया है। फरार आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी करवाने का निर्देश दिया गया है। उसके बाद भी अगर आरोपी हाजिर नहीं हुए तो सभी के खिलाफ इनाम की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
ये नौ आरोपी हैं फरार
अभिनव शुक्ला, राहुल बाजपेई, सूरज वर्मा, अनीस, मोहित बाजपेई, अजीत यादव, रमन गुप्ता, अमन तिवारी, सोनू गुप्ता।
एपी फैनी नजूल संपत्ति की फिर खुली फाइल , डीसीपी करेंगे समीक्षा
एपी फैनी कंपाउंड की नजूल संपत्ति (Nazul Land) की खरीद-फरोख्त करने वालों की मुश्किलें जल्द बढ़ने वाली हैं। नजूल संपत्ति की फिर से जांच शुरू हो गई है। इसकी समीक्षा डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी को सौंपी गई है। जिसमें यह पता किया जाएगा कि पुलिस से कहां चूक हुई और किस स्तर पर हुई। एपी फैनी कंपाउंड की फाइल फिर से खुलने पर जमीन की खरीद-फरोख्त करने वालों की अब गहनता से जांच हो सकती है।
चुन्नीगंज स्थित एपी फैनी कंपाउंड की नजूल जमीनों को खंड-खंड करके खरीद-फरोख्त हुई थी। यहां सलीम बिरयानी का 450 वर्गमीटर का प्लाट, पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया का 100-100 वर्गगज के दो प्लाट हैं। मामले में कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। विवेचक ने जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल रहे सलीम बिरयानी व पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया समेत 15 लोगों को सफीना नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था।
सलीम बिरयानी से तो कई बार पूछताछ हुई। इसके बाद पुलिस की जांच में ढिलाई शुरू हो गई। जिसका फायदा उठाकर सलीम बिरयानी ने कोर्ट से अरेस्ट स्टे ले लिया। अब मंगलवार को मेघदूत होटल के पीछे जमीन कब्जाने के मामले में पूर्व प्रेस क्लब महामंत्री कुशाग्र पांडेय को जेल भेजने के बाद एपी फैनी कंपाउंड जमीन का मामला फिर तूल पकड़ गया है। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने नजूल संपत्ति की समीक्षा करने के निर्देश डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी को दिया है।