Chandigarh News : गृह मंत्रालय (MHA) ने चंडीगढ़ में मुख्य सचिव का पद सृजित किया है और यूटी प्रशासक के सलाहकार का पद समाप्त कर दिया है। चंडीगढ़ में 40 साल बाद केंद्र सरकार ने बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ में दो आईएएस अधिकारियों के पद बढ़ाए गए हैं। अब अधिकारियों की संख्या 11 हो गई है।
अब तक, यूटी प्रशासन के सलाहकार का नेतृत्व अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और सभी केंद्र शासित प्रदेशों (AGMUT) कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को किया गया है। फिलहाल इस पद पर IAS राजीव वर्मा हैं।
1984 को बदल दिया गया
चंडीगढ़ बनने के बाद यहां चीफ कमिश्नर का पद हुआ करता था। लेकिन 3 जून 1984 को इसको बदल कर प्रशासन के सलाहकार का पद सृजित किया गया। जबकि अब इस पद को खत्म कर चीफ सेक्रेटरी कर दिया गया है। वहीं जानकारों की मानें तो इस बदलाव से चंडीगढ़ का प्रशासनिक ढांचा और मजबूत होगा। चंडीगढ़ में जो भी अधिकारी सलाहकार के पद पर आता है। वह चीफ सेक्रेटरी के पद पर होता है। लेकिन यहां उसे सलाहकार कहा जाता है। इसलिए इस पद की मांग काफी समय से की जा रही थी।
प्रशासक को रिपोर्ट करेंगे
चंडीगढ़ में मुख्य सचिव की नियुक्ति के बाद कोई बड़ा फेरबदल नहीं होगा। प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो मुख्य सचिव का पद अन्य राज्यों के मुख्य सचिव के पद जैसा ही होगा। Chandigarh में सलाहकार के पद पर एजीयूएमटी कैडर के वरिष्ठ IAS की नियुक्ति होती है। इसे मुख्य सचिव के पद के बराबर माना जाता है। जबकि, अन्य राज्यों में मुख्य सचिव मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। इसी तरह मुख्य सचिव सीधे प्रशासक के अधीन रहेंगे और उन्हें रिपोर्ट करेंगे। हालांकि, इस फैसले से UT कैडर का दबदबा बढ़ना तय है। क्योंकि अब पदों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
Now the structure of UT administration will remain like this
Chief Secretary – 1
Secretary (Home) 1
Secretary (Finance) 1Secretary Urban Planning and Smart City-1
Deputy Commissioner-1
Joint Secretary Finance 1
Excise Commissioner 1
Secretary (two posts)
Additional Secretary
Additional Deputy Commissioner