Side effect of Eating Ragi Roti: सर्दियों के मौसम में रागी की रोटी खाने की सलाह खूब दी जाती है, क्योंकि रागी की तासीर गर्म होती है, और गेहूं की जगह रोटी का एक बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि ये आटा ग्लूटेन फ्री (gluten free) होता है. Side effect of Eating Ragi Roti
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ऐसे में ग्लूटेन इन्टॉलरेंस वाले लोगों के लिए और वेट लॉस (weight loss) करने वालों के लिए ये एक बेहतरीन मील होती है. आयुर्वेद के अनुसार हर व्यक्ति के लिए रागी की रोटी नहीं बनी है, आइए हम आपको बताते हैं कि लोगों को रागी की रोटी का सेवन नहीं करना चाहिए.
ये लोग भूल कर भी ना करें रागी की रोटी का सेवन (Who Should Not Eat Ragi Roti)
बच्चों के लिए
रागी का आटा भारी होता है, जिसे पचाना मुश्किल हो सकता है. खासकर छोटे बच्चों या कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए.
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एलर्जी की संभावना (possibility of allergy)
जी हां, रागी से कुछ लोगों को एलर्जी भी हो सकती है, जिससे खुजली, स्किन पर रैशेज या एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, ऐसे में डॉक्टर से पूछ कर ही रागी की रोटी का सेवन करें.
गर्भवती महिलाओं के लिए (for pregnant women)
जी हां, गर्भवती महिलाओं को भी बहुत ज्यादा गर्म चीजों का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है. रागी का सेवन करने से शरीर में गर्मी पैदा हो सकती है. ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान फर्स्ट ट्राइमेस्टर में रागी का सेवन नहीं करना चाहिए.
कमजोर पाचन तंत्र वाले लोग
आयुर्वेद के अनुसार, जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है और लगातार पेट संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं, उन्हें रागी की रोटी का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि रागी में मौजूद पोषक तत्व पेट में भारीपन, कब्ज और गैस की समस्या को बढ़ा सकते हैं. ऐसे में इन लोगों को रागी की रोटी से परहेज करना चाहिए या कम रोटी का सेवन करना चाहिए. Side effect of Eating Ragi
पित्त दोष से पीड़ित लोग
आयुर्वेद के अनुसार, जो लोग पित्त दोष से प्रभावित हैं उन्हें रागी के रोटी का सेवन नहीं करना चाहिए या कम मात्रा में करना चाहिए. दरअसल, पित्त दोष शरीर में गर्मी और पाचन शक्ति को कंट्रोल करता है, लेकिन जब ये इंबैलेंस हो जाता है तो एसिडिटी, जलन, स्किन रिलेटेड समस्याओं और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. ऐसे में पित्त दोष वाले लोगों को ठंडा और बैलेंस फूड खाने की सलाह दी जाती है, जिससे उनके शरीर का तापमान ज्यादा ना बढ़ें.
ऑक्सलेट की मात्रा बढ़ाएं
रागी में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती है, ऐसे में किडनी स्टोन या पथरी के मरीजों के लिए इसका सेवन करना हानिकारक हो सकता है. जो लोग पहले से ही किडनी में पथरी की समस्या से परेशान है उन्हें लिमिटेड मात्रा में रागी का सेवन करना चाहिए.
आयरन ओवरलोड का खतरा
रागी में आयरन की मात्रा भी ज्यादा होती है, ऐसे में जरूरत से ज्यादा रागी का सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा असंतुलित हो सकती है और ये सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है.
लो ब्लड शुगर की समस्या वाले लोग (Low blood sugar problem)
रागी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से घट सकता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए ये फायदेमंद तो है, लेकिन जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल कम होता है उन्हें लिमिटेड मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए.