Raw Turmeric Pickle: हल्दी, जिसे “गोल्डन स्पाइस” के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि इसके औषधीय गुणों के कारण यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। Raw Turmeric Pickle
हल्दी का इस्तेमाल आमतौर पर पाउडर के रूप में किया जाता है, लेकिन कच्ची हल्दी का अचार (Kachi Haldi Ka Achar) भी एक बेहतरीन ऑप्शन है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव करती है। आइए, आपको बताते हैं कच्ची हल्दी का अचार खाने के फायदे और इसे बनाने की सिंपल रेसिपी
फायदे
इम्युनिटी बूस्टर
कच्ची हल्दी में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट
कच्ची हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। फ्री रेडिकल्स कई बीमारियों के कारण होते हैं, जैसे कि कैंसर, हार्ट डिजीज और डायबिटीज।
हार्ट हेल्थ के लिए गुणकारी
कच्ची हल्दी हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
कच्ची हल्दी हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है। यह त्वचा को चमकदार और हेल्दी रखने में मदद करती है।
पाचन में लाए सुधार
कच्ची हल्दी हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
सूजन कम करे
कच्ची हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों से राहत दिलाने में मददगार है।
कच्ची हल्दी का अचार बनाने की विधि
सामग्री:
250 ग्राम कच्ची हल्दी
2 नींबू का रस
1 चम्मच चीनी
1/2 कटोरी राई
1 चम्मच मेथी दाना
2 से 3 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
स्वादानुसार नमक
4 से 5 चम्मच सरसों का तेल
1/2 चम्मच हींग
अचार को 2 से 3 दिनों तक धूप में रखें।
अचार को कांच के जार में भरकर रखें।
इन बातों का रखें ध्यान
कच्ची हल्दी का अचार बनाते समय हमेशा ताजी हल्दी का इस्तेमाल करें।
अचार को हमेशा साफ और सूखे जार में भरकर रखें।
अचार को धूप में रखने से पहले उसे अच्छी तरह से मिला लें।