KANPUR BIG BREAKING NEWS : कुटरचित और फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाने के मामले में सदर तहसील राजस्व निरीक्षक और लेखपाल को पहले ही आलाधिकारी ने सस्पेंड कर दिया था। कोतवाली एसओ ने बताया कि तहरीर के आधार पर सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।KANPUR BIG BREAKING NEWS
सचेंडी निवासी शिकायतकर्ता संदीप सिंह का आरोप है कि सिंहपुर कठार की गाटा संख्या 207 में राजपति और राजकुमारी का नाम दर्ज नहीं था, फिर भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैनामा करा दिया गया।
सदर तहसील का राजस्व निरीक्षक सस्पेंड
कुटरचित और फर्जी दस्तावेज बनाने पर सदर तहसील की लेखपाल अरूणा द्विवेदी सस्पेंड
संदीप सिंह की दो दिसम्बर 2024 की शिकायत पर प्रशासनिक अफसर ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने राजस्व निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया था। वहीं लेखपाल को एसडीएम सदर ने सस्पेंड किया था।
कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद भी कराया बैनामा (KANPUR NEWS)
इसी बीच रामपुर भीमसेन की गाटा संख्या 895 और अन्य गाटों पर श्रीमती मोहन लाला की वसीयत का मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है। शिकायतकर्ता ने नायब तहसीलदार सचेंडी के न्यायालय में नामांतरण वाद संख्या 434/2013 दाखिल किया है, जो अभी विचाराधीन है। लेकिन बावजूद इसके आलोक दुबे द्वारा राजपति व राजकुमारी से मिलकर पड्यंत्र कर 11 मार्च 2024 को नायाब तहसीलदार बिठूर से राजपति व राजकुमारी के नाम वरासत आदेश करा लिया और 11 मार्च को ही आराजी का बैनामा अपने पक्ष में करा लिया।
बिना अनुमति खरीदी-बेची जमीन
जांच में पाया गया कि राजस्व निरीक्षक आलोक दुबे ने अपने और परिवार के नाम भूमि क्रय-विक्रय के लिए विभागाध्यक्ष से अनुमति नहीं ली। उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया । पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने लेखपाल अरणा द्विवेदी, तहसील कर्मी आलोक दुबे, राजपकी देवी, राजकुमारी, रघुवीर सिंह, अमन सेंगर और अमित गर्ग के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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