#GaneshChaturthi2018: जल्द पूरी होंगी Wishes , बप्पा के साथ इन्हें भी करें खुश
# GaneshChaturthi2018 : जैसे कि आप सब जानते ही होंगे कि इस महीने की 13 सितंबर को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार लोग इस दिन गणपति को बड़ी धूम-धाम से घर लेकर आते हैं और पूरे 10 दिन तक इन्हें आदर-सम्मान के साथ घर पर रखते हैं और इनकी सेवा के साथ-साथ पूरे विधि-विधान के साथ इनकी पूजा करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अगर गणपति की पत्नियों के बिना उनका पूजन किया जाए तो एेसी पूजा कभी सफल नहीं मानी जाती यानि इनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। कहा जाता है कि अगर विधि वत पूजा की जाए तो ऋद्धि-सिद्धि भी प्रसन्न होकर घर-परिवार में सुख शांति और संतानों को निर्मल विद्या-बुद्धि प्रदान करती हैं।
प्राचीन कथा
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री गणेश की दो पत्नियां ऋद्धि-सिद्धि व पुत्र लाभ व क्षेम बताए गए हैं। लोक पंरपराओं के मुताबिक शुभ-लाभ कहा जाता है। ऐसी मान्यता हैं कि भगवान गणेश की पूजा में अगर ऋद्धि-सिद्धि जो कि यशस्वी, वैभवशाली व प्रतिष्ठित बनने का शुभ आशीर्वाद देने वाली है का भी पूजन नहीं किया जाता तो श्रीगणेश जी की कृपा भी नहीं मिल पाती, इसलिए कहा जाता है कि शुभ-लाभ हर सुख-सौभाग्य की कामना से इनका पूजन भी अवश्य करना चाहिए।इसलिए अगर आप भी बप्पा को घर में लाने की सोच रहे हैं तो सुख-सौभाग्य की कामना को पूरा करने के लिए गणेश चतुर्थी के दिन गणेश पूजन में श्री गणेश के साथ ऋद्धि-सिद्धि व लाभ-क्षेम का विशेष मंत्रों से स्मरण व पूजा ज़रूर करें, ये बहुत ही शुभ माना जाता है।
श्री गणेश जी मंत्र
।। ॐ गं गणपतये नम: ।।
श्री ऋद्धि जी मंत्र
।। ॐ हेमवर्णायै ऋद्धये नम: ।।
श्री सिद्धि जी मंत्र
।। ॐ सर्वज्ञानभूषितायै नम: ।।
श्री लाभ मंत्र
।। ॐ सौभाग्य प्रदाय धन-धान्ययुक्ताय लाभाय नम: ।।
श्री शुभ मंत्र
।। ॐ पूर्णाय पूर्णमदाय शुभाय नम: ।।