#HEALTH : जानिए कैसे , बच्चे को प्लास्टिक की बोतल में दूध पिलाना है खतरनाक
#HEALTH : बच्चे के थोड़ा बड़ा हो जाने पर उसे दूध पिलाने का तरीका भी बदल जाता है। वर्किंग हो या हाउस वाइफ वह बच्चे को दूध पिलाने के लिए प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करती है। प्लास्टिक की बोतल आसानी से मिल तो जरूर जाती है लेकिन यह बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक होती है क्योंकि प्लास्टिक की बोतल पर कीटाणु होते हैं जो शरीर में जाने से सेहत पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
जानिए क्यों खतरनाक है प्लास्टिक की बोतल में दूध पिलाना
- जब प्लास्टिक की बोतल में गर्म दूध डाला जाता है तब बोतल के प्लास्टिक में मौजूद रसायनिक द्रव्य दूध के साथ घुल जाते हैं जो बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचाते है।
- इसकी वजह से वजन में भी कमी भी आ सकती है।
- इसके अलावा बच्चों को उल्टी, दस्त, बुखार और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती है।
- प्लास्टिक की बोतल में मौजूद कैमिकल्स बच्चे के शरीर में रोगशरीर की प्रतिरोधक क्षमता को खत्म कर देते हैं जिससे वह आसानी से बीमारियों की चपेट में आने लगते हैं।
- इन बोतलों में बिस्फेनॉल रसायन होता है जो बच्चे के दिमाग को कमजोर बना देता है और भविष्य में उसकी प्रजनन क्षमता को भी बिगाड़ सकता है।
इन बोतलों में पिलाएं बच्चे को दूध
कांच की बोतल में किसी भी तरह का रसायन नहीं होता और न ही पेट्रोलियम उत्पादन होता है। इसलिए इसमें बच्चे को दूध पिलाने से किसी तरह का सेहत को नुकसान नहीं होता। कांच की बोतल में आप ज्यादा देर दूध को गर्म करके रख सकते है। इसका सिर्फ नुकसान ये ही है कि यह जल्दी टूट जाती है।