ओवरी से जुड़ी बातें महिला के लिए जानना जरूरी
महिला के अंडाशय को ओवरी कहते हैं जिसकी मदद से वह गर्भ धारण करती हैं जब इस हिस्से में कोई गड़बड़ी होती हैं तो प्रेग्नेंसी कंसीव करने में महिला को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद औऱ भी बहुत सारी प्रॉब्लम सामने आने लगती हैं। भारत में ज्यादातर महिलाएं ओवरी सिस्ट की समस्या का शिकार है। समस्या बढ़ने पर यह यूट्रेस कैंसर, रसोली व अन्य कई तरह की बीमारियों में बदल जाती हैं। इन प्रॉब्लम्स की एक वजह इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों व साफ-सफाई संबंधी चीजों को नजरअंदाज करना है।
आज हम आपको ओवरी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं जो हर महिला के लिए जानना बहुत जरूरी है।
गर्भनिरोधक गोलियां ओवरी के लिए खास
डॉक्टरों की मानें तो बर्थ कंट्रोल पिल्स ओवरीज का बड़ा फ़ायदा करती हैं। यह बात आपको बड़ी अजीब लगेगी लेकिन यह सच है कि गर्भनिरोधक गोलियां खाने से ओवेरियन कैंसर होने का खतरा घट जाता है।
ओवेरियन सिस्ट पर सर्जरी की जरुरत नहीं
ओवरी में सिस्ट होना औरतों की आम समस्या है। यह सिस्ट थैली के आकार के होते हैं जिनमें पस भरती और निकलती रहती है। ये ज्यादा खतरनाक नहीं होती और बिना
सर्जरी के अक्सर अपने आप ठीक भी हो जाती हैं।
ओवरी का बदलता साइज़
ओवरी उम्र के हिसाब व पीरियड्स के समय अपना साइज बदलती रहती है। जब यह अंडा बना रही होती हैं तो इसका आकार बढ़ता हैं जो कि 5 सें.मी. तो हो सकता है जबकि ओवरी सिस्ट होने पर इसका आकार बढ़ता है। वही मेनोपॉज में यह सिकुड़ जाती है।
स्ट्रेस का ओवरी पर असर
ओवरीज के अंडे बनाने की प्रक्रिया को ओव्यूलेशन कहते हैं। तनाव का इस पर काफी असर पड़ता है। अगर आप स्ट्रेस में हैं तो आपकी ओवरी एग बनाने बंद कर देगी।