#बैंक अकांउट खोला पर नहीं किया यूज, तो…
आपने #बैंक में जाकर बचत खाता तो खोल दिया, लेकिन उसे आप यूज नहीं कर रहे. अगर ऐसा आपके साथ भी है, तो संभव है कि आने वाले समय में आपको कई सुविधाओं से वंचित किया जाए.
उठाने पड़ेंगे ये नुकसान
- दरअसल जब आप किसी बैंक खाते में लगातार एक साल तक कोई लेन-देन नहीं करते हैं, तो वह ‘इनऑपरेटिव’ अकाउंट में तब्दील हो जाता है.
- लेन-देन का मतलब आपके खाते में पैसों के आने और जाने की प्रक्रिया से है.
- यह आप अपने डेबिट कार्ड, एटीएम से पैसे निकालना, पैसे डिपोजिट करना, चेक जारी करने जैसी कई गतिविधियों के जरिये पूरी करते हैं.
क्या होता है ‘इनऑपरेटिव अकाउंट’
भारतीय रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के मुताबिक अगर किसी बैंक खाते में एक साल तक कोई लेन-देन नहीं हो रहा है, तो उसे ‘इनऑपरेटिव’ अकाउंट की श्रेणी में रख दिया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि उन्हें किसी भी संभावित फ्रॉड से बचाया जा सके.
क्या है नुकसान
- जब आपका खाता ‘इनऑपरेटिव’ हो जाता है.
- इसके बाद आप डेबिट कार्ड के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे.
- नई चेक बुक भी नहीं ले पाएंगे. इंटरनेट बैंकिंग का यूजर आईडी और पासवर्ड भी आपको नहीं मिलेगा.
- इनऑपरेटिव होने के बाद आपके लिए खाते से जुड़े कई काम निपटाने में दिक्कत पेश आती हैं.
बन जाएगा ‘डोरमैंट’ अकांउट
आपका खाता जब इनऑपरेटिव हो जाता है, तो बैंक आपको इसको लेकर सूचित करता है. लेकिन इस सूचना के बाद भी आप ने उस खाते से कोई लेन-देन नहीं किया, तो 24 महीने से ज्यादा का वक्त होने के बाद वह ‘डोरमैंट’ अकांउट बन जाएगा.
क्या है डोरमैंट अकाउंट
जिस भी बैंक खाते से 24 महीनों तक कोई भी लेन-देन नहीं होता है. उसे बैंक ‘डोरमैंट’ की श्रेणी में डाल देते हैं. अकाउंट एक बार डोरमैंट हो गया, तो बैंक से जुड़े कई और लेन-देन भी आप नहीं कर पाएंगे.
क्या होगा नुकसान
- खाता डोरमैंट होने के बाद ‘इनऑपरेटिव’ होने के दौरान जो सुविधाएं नहीं मिल रही थीं, वे अभी भी नहीं मिलेंगी.
- इसके साथ ही अन्य कई और चीजें भी आप नहीं कर पाएंगे.
- इसके बाद आप न एटीएम से कोई लेन-देन कर पाएंगे.
- आपकी इंटरनेट बैंकिंग और फोन बैंकिंग की सुविधा भी खत्म कर दी जाएगी.
मिलता रहेगा ब्याज
अच्छी बात यह है कि अगर आपका खाता इनऑपरेटिव हो जाता है या फिर वह ‘डोरमैंट’ हो जाता है. ऐसी स्थिति में अगर कुछ पैसा आपके खाते में जमा है, तो उस पर ब्याज मिलता रहेगा.
कैसे करें एक्टिवेट
- आपका खाता ‘इनऑपरेटिव’ हो गया है, तो आप उसे एक्टिव कर सकते हैं.
- कई बैंक आपको ये सुविधा देते हैं कि आप एक लेन-देन कर लें, तो खाता एक्टिव हो जाएगा.
- हालांकि कई बैंक आपको एक्टिवेशन फॉर्म भरने के लिए भी कह सकते हैं.
- डोरमैंट की बात करें, तो इसे एक्टिवेट करने की खातिर आपको बैंक जाकर एक्टिवेशन फॉर्म भरना होगा.