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अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र में नरक जैसा जीवन जी रहे थे…
अमृतसर: डिप्टी कमिश्रर कमलदीप सिंह संघा को मिली एक सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई के दौरान प्रताप नगर में चल रहे एक गैर कानूनी नशा छुड़ाओ केंद्र से आज 22 युवकों को छुड़ाया गया। सिविल सर्जन डॉ. हरदीप सिंह घई ने बताया गत सायं डिप्टी कमिश्रर और मुझे किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर बताया कि अमृतसर के प्रताप नगर में गैर कानूनी नशा छुड़ाओ केंद्र चल रहा है, जिसमें कई युवक नरक जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं।
चल रहा था नशा छुड़ाओ केंद्र
- डॉ. घई ने बताया कि डिप्टी कमिश्रर संघा ने इस फोन कॉल को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्रर एस. श्रीवास्तवा के साथ बात की और आज सुबह उक्त केंद्र पर एस.डी.एम. राजेश शर्मा के नेतृत्व में छापा मारा गया।
- उन्होंने बताया कि प्रताप नगर में मुर्गीखाने वाली गली में गैर कानूनी तौर पर एक किराए के मकान में नशा छुड़ाओ केंद्र चल रहा था। वहां छापे के दौरान 22 युवक मिले।
- उन्होंने बताया कि इस केंद्र का संचालक कंवलजीत सिंह और उसका एक साथी मौके से फरार हो गया है।डॉ. घई ने बताया कि उक्त मकान में दो कमरे हैं और एक कमरा इन युवक को बंदी बनाए जाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता था। इस कमरे में 22 युवक कैदी किए गए थे।
- उन्होंने बताया कि रहन-सहन और साफ-सफाई का भी बुरा हाल था। डॉक्टरी सुविधा बिल्कुल नहीं थी।
- पड़ोसियों के अनुसार, उक्त युवकों को अंदर कर गेट बाहर से बंद कर दिया जाता था। डॉ. घई ने बताया कि ज्यादातर युवक स्थानीय या फिर नजदीकी गांवों से ही हैं और इन्हें जबरदस्ती नशा छुड़ाने के नाम से रखा गया था।
- उन्होंने आशंका जाहिर की कि हो सकता है कि इन परिवारों से नशा छुड़ाने के नाम पर मोटी रकम भी वसूल की जाती हो। उन्होंने बताया कि इस केंद्र के संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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