बच्चे को लग गई है चोरी की लत तो कैसे छुड़वाएं…..
छोटे बच्चे अक्सर क्लास में दूसरे बच्चे की पैंसिल, रबड़ या किसी की किताब आने पर चुपके से उठा लेते हैं। यही नहीं कई बार वह किसी के घर जाते हैं तो कोई खिलौना पसंद आ जाने पर उठा लाते हैं। दूसरों को भले ही यह चोरी लगे लेकिन असल में बच्चे नादान होते हैं और वह बस पसंद आई चीज को अपने पास देखना चाहते हैं। मगर बचपन की यह आदत बड़े होने पर परेशानी का सबब बन सकती है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए बिना डांटे या सख्ती के बच्चों की इस आदत को छुड़ाने की कोशिश करें क्योंकि प्यार से कही हर बात बच्चे जल्दी समझते हैं।
अपनी बात कहने दें
बच्चे से यह जानने की कोशिश करें कि उसने ऐसा कब और क्यों किया। उसे अपनी पूरी बात कहने का मौका दें। इस दौरान गुस्सा न दिखाएं क्योंकि हो सकता है कि गुस्से का उनपर गलत असर हो और वह चोरी भी करें और आपके पूछने पर झूठ भी बोलने लग जाए।
ईमानदारी की कद्र करें
यदि बच्चा पूरी सच्चाई के साथ आपको बताता है कि उसने दूसरों का सामान क्यों लिया है तो उसकी ईमानदारी की कद्र करें। उसे समझाएं कि यह आदत उसके लिए कितनी नुकसानदेह है और इससे उनके दोस्त नाराज हो सकते हैं।
बच्चों पर रखें नजर
बच्चों पर नजर रखना भी बहुत जरूरी है। हर रोज उसका सामान चेक करें और अगर कोई चीज एक्स्ट्रा है तो उससे इसके बारे में पूछे। इसके अलावा उन्हें सामान लौटाने के साथ-साथ माफी मांगने को भी कहें।
सख्त होना गलत नहीं
प्यार से समझाने के बाद भी अगर बच्चा अपनी गलती दोहराएं तो उनके साथ सख्ती से पेश आए। उसे अहसास दिलाएं कि उसने गलत काम किया है। इस मामले में अनदेखी करने से बच्चा गलत राह पर भी जा सकता है।
चोरी न समझें
बच्चे का चोरी करना भले ही आपके लिए एक गंभीर विषय हो, परंतु इसके लिए उसे चोर की नजर से देखना ठीक नहीं। यदि आपके बच्चे में लोगों की चीजों का चुपचाप उठा लेने की आदत पड़ रही है तो आप उसे प्यार से समझाने की कोशिश करें कि यह आदत ठीक नहीं है।