Advertisements
#BREAKINGNEWS : पढ़ें कैसे शुरू हुआ सीबीआई में घमासान
ARTI PANDEY , JAIHINDTIMES
सीबीआई में चल रहे घमासान पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने शनिवार को धमाका करते हुए सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। प्रशांत भूषण ने पत्रकारों को बताया कि राफेल डील की जांच सीबीआई नहीं कर सके, इसलिए सीबीआई में यह सब उठापटक की गई।
यह डील पीएम ने की उन्हें नहीं मालूम
उन्होंने बताया कि बीते 4 अक्टूबर को अरुण शौरी के साथ तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को राफेल घोटाले के संबंध में शिकायत पत्र सौंपने गए थे। जिस पर आलोक वर्मा ने उचित कार्यवाही का आश्वासन भी दिया था। सीबीआई डायरेक्टर ने राफेल डील से जुड़ी कुछ फाइलें सरकार से मांगी थी। इसके बाद से ही सरकार परेशान हो गई। सरकार को यह समझ में नहीं आ रहा था कि अब क्या किया जाए। आनन फानन में रात दो बजे आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया और राकेश अस्थाना को सीबीआई का डायरेक्टर बना दिया।प्रशांत भूषण ने बताया कि राकेश अस्थाना के खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार को लेकर जांच चल रही है। तो उन्हें कैसे इस पद पर सरकार ने नियुक्त कर दिया। सीबीआई को प्रधानमंत्री के खिलाफ भी जांच को लेकर शिकायत दी गई है। आखिर प्रधानमंत्री ने कैसे 10 अप्रैल 2015 में राफेल की पुरानी डील को निरस्त करते हुए एक नई डील की घोषणा कर दी। जिसमें 126 के बजाए केवल 36 विमान उड़ान भरने को तैयार स्थिति में खरीदे जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब इसकी जानकारी तत्कालीन रक्षा मंत्री से मांगी जाती है तो वह बताते हैं कि यह डील पीएम ने की उन्हें नहीं मालूम।
गलत तरीक से हटाया
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को गलत तरीके से हटाया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने तय किया था कि सीबीआई डायरेक्टर का टर्म दो साल का फिक्स होगा और सिर्फ सेलेक्शन कमेटी ही सीबीआई डायरेक्टर को हटा सकता है।
यह घोटाला नहीं गद्दारी है
प्रशांत भूषण ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने मित्र को फायदा पहुंंचाना चाहते हैं। इसके चलते राफेल इतनी अधिक कीमत मेें खरीदा जा रहा है। सरकार ने यह घोटाले के साथ देश से गद्दारी भी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जो कह रहे वह सच है।
सरकार क्यों नहीं करा रही इंक्वायरी
प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार आखिर राफेल घोटाले की जांच कराने में क्यों पीछे भाग रही है। काफी समय से इसको लेकर मांग की जा रही है लेकिन सरकारी ने चुप्पी साध रखी है।
Loading...