भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए #ShatrughanSinha, बोले- बीजेपी…
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के बागी नेता ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. पटना साहिब से सांसद #ShatrughanSinha आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हुए और बीजेपी के स्थापना दिवस के दिन ही उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ दिया. बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था.
लोगों की कद्र नहीं होती है
शत्रुघ्न सिन्हा ने दिल्ली में बिहार भाजपा के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. शक्ति सिंह गोहिल ने जदयू की नई परिभाषा दी और कहा कि जदयू मतलब जनता का दमन और उत्पीड़न. इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वक्त शत्रुघ्न सिन्हा ने नए परिवार और साथियों का धन्यवाद किया और कहा कि मैंने भारी मन से पार्टी छोड़ी. साथ ही उन्होंने भाजपा को स्थापना दिवस की बधाई दी. इस दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया. बीजेपी में लोगों की कद्र नहीं होती है. बीजेपी में लोकशाही धीरे-धीरे तानाशाही में बदलती गई. बता दें कि पटना साहिब से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस पार्टी मेेरा परिवार है
कांग्रेस में शामिल होने के लिए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं सिर्फ और सिर्फ लालू प्रसाद यादव के कहने पर ही कांग्रेस में शामिल हुआ हूं. उन्होंने मुझे कहा कि आप जाओ और कांग्रेस पार्टी को मजबूत करो. मैं इसके लिए लालू यादव का धन्यवाद देता हूं. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मेेरा परिवार है और अब मैं इस परिवार का हिस्सा हूं. कांग्रेस पार्टी ने आजादी की लड़ाई में योगदान दिया है. भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ बन गई है.
बेहतर पॉलिटिशियन शामिल हो रहे हैं
शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने पर केसी वेनुगोपाल ने कहा कि आज कांग्रेस में सबसे बेहतर पॉलिटिशियन शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक अच्छे नेता गलत पार्टी में थे, जो अब सही पार्टी में आए है. वह सप्ताह भर पहले राहुल गांधी से मिले थे और उन्होंने इनका कांग्रेस में स्वागत किया.
बिहार में 40 सीटें, 7 चरणों मतदान
11 अप्रैल: जमुई औरंगाबाद, गया, नवादा,
18 अप्रैल: बांका, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर
23 अप्रैल: खगड़िया, झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा,
29 अप्रैल: दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर
6 मई: मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारन, हाजीपुर, सीतामढ़ी,
12 मई: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, , शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मीकिनगर
19 मई: नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकट, जहानाबाद