झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को भीषण आग से 10 शिशु की जान चली गई।
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM MEDICAL COLLEGE), कानपुर से आईसीयू से संबंधित कई जरूरत की चीजें झांसी के लिए भेजी गई हैं। बच्चों को सबसे ज्यादा जरूरत वार्मअप मशीन और वाई पाइप की पड़ती है। सरकार से आदेश आने के बाद तत्काल प्रभाव से मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने टीम के साथ मशीनों को रवाना कर दिया है। jhansi medical college fire
Jhansi Medical College में 10 नवजात जिंदा जले
प्राचार्य डॉ. संजय काला (Principal Dr. Sanjay Kala) ने बताया कि बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. यशवंत राय के नेतृत्व में एक टीम को झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया है। बता दें कि डॉ. यशवंत राय बच्चों के बड़े डॉक्टर है। इनके साथ टेक्नीशियन भी भेजे गए है। ये टीम जल्द से जल्द वहां पर मशीनों को लगाने के बाद बच्चों का इलाज शुरू करेगी, ताकि बच्चों के परिजनों को इधर-उधर भागना न पड़े। jhansi medical college
बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है दोनों मशीनें
नवजात शिशु के पैदा होने के बाद वार्मअप मशीन सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस मशीन में रखकर बच्चों के शरीर का तापमान संतुलित किया जाता है। इसके अलावा कभी-कभी बच्चों में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण उन्हें वाई पाइप की जरूरत पड़ती है। इसलिए कानपुर मेडिकल कॉलेज से 6 वार्मअप मशीन व 2 वाई पाइप, एक एंबुलेंस से रवाना किए गए है।
बताते दें कि शुक्रवार रात झांसी के मेडिकल कॉलेज (jhansi medical college) में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। आग इतनी भयानक थी कि वहां से लोगों का निकल पाना मुश्किल हो गया था। ऐसे में 10 शिशु की जान चली गई। कई लोग अभी भी गंभीर अवस्था में हैं।