दो पीढिय़ों ने मंगलवार को पंजाब के गवर्नर और यूटी के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के सरकारी भवन से एकसाथ वॉकथान रैली निकाली। मौका था, हेल्पऐज इंडिया की ओर से इंटरनेशनल डे आफ ओल्डर पर्सन की ओर से आयोजित की गई वॉकथान का। इसमें स्कूली बच्चों के साथ सैकड़ों की तादाद में बुजुर्गों ने शिरकत की। संदेश था दो पीढिय़ों को एक साथ लाना जो एक दूसरे को अच्छे से समझ सकें। यूटी के प्रशासन व पंजाब के गवर्नर वीपी सिंह बदनौर ने इस वॉकथान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मेयर राजेश कालिया भी इस दौरान मौजूद रहे। ब्रिटिश स्कूल, सेक्टर 12 पंचकूला, रयान इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 49 एवं मोहाली, बैनयन ट्री स्कूल, सेक्टर 49, डिपार्टमेंट आफ पब्लिक हेल्थ, पंजाब यूनिवर्सिटी, अकाल ओल्ड ऐज होम, रतवाड़ा साहिब ने इस वॉक में हिस्सा लिया।
हेल्पेज इंडिया के स्टेट हैड भवनेशवर शर्मा और डिप्टी डायरेक्टर आरती पंडिता ने बताया कि देश में करीब 100 मिलियन बुजुर्ग हैं जिसमें से करीब 50 लाख रात को भूखे सोते हैं। 90 प्रतिशत को अपनी जीविका कमाने के लिए काम करना पड़ता है। बीते कुछ समय से हम बुजुर्गों की यूनिवर्सल पेंशन स्कीम की बात कर रहे हैं जिसमें उन्हें प्रतिमाह 2 हजार रुपये देने की बात कही जा रही है। इससे उन्हें जिंदगी के आखिरी मुकाम पर स मान की रोटी मिल सकेगी और उन्हें अकेलापन महसूस नहीं होगा। इस मौके पर हेल्पेज की ओर से एडवोकेसी अफसर अशोक पटियाल, काउंसलर निशु सैनी, आशा रानी और मान सिंह उपस्थित रहे। बता दें कि हेल्पेज इंडिया बीते 40 साल से बुजुर्गों की परवरिश को लेकर काम कर रही है। देशभर में हेल्पेज के ओल्ड ऐज होम भी हैं। सरकार को भी बुजुर्गों के लिए पालिसी बनाने के लिए समय समय पर अपनी राय देते रहते हैं।