#Asadha : ज्येष्ठ महीने की पूर्णिमा के अगले दिन से होती है….
#Asadha : हिंदी पंचांग अनुसार, पूर्णिमा तिथि के बाद नए महीने की शुरुआत होती है। इस तरह ज्येष्ठ महीने की पूर्णिमा के बाद आषाढ़ माह की शुरुआत हो चुकी है। हिंदी पंचांग अनुसार यह साल का चौथा महीना होता है। हालांकि, देश भर में इस महीने को लेकर दो तिथि है। जहां उत्तर भारत में इसकी शुरुआत ज्येष्ठ महीने की पूर्णिमा के अगले दिन से होती है।
जबकि महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों में इस महीने की शुरुआत आषाढ़ अमावस्या के अगले दिन से होती है। ऐसे में इन राज्यों में सावन भी 15 दिनों बाद शुरू होता है।
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इस महीने में कई प्रमुख व्रत त्यौहार मनाए जाते हैं।
इस तिथि को पड़ी है….
- 13 जून को कालाष्टमी है।
- 14 जून को मिथुन संक्रांति है।
- 17 जून को योगिनी एकादशी है।
- 8 जून को प्रदोष व्रत और 19 जून को मासिक शिवरात्रि है।
- 20 जून को रोहिणी व्रत है।
- 21 जून को अमावस्या के साथ-साथ सूर्य ग्रहण भी है। इस दिन साल का सबसे बड़ा दिन भी मनाया जाता है।
- 22 जून से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि मनाई जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि आषढ़ गुप्त नवरात्रि करने से व्रती की सभी मनोकामनांए पूरी होती है।
- 23 जून को जगन्नाथ रथ यात्रा है। -24 जून को विनायक चतुर्थी है।
- 26 जून को स्कंद षष्ठी है।
- 28 जून को दुर्गाष्टमी है।
- 1 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु चार माह के लिए पाताल लोक विश्राम हेतु चले जाते हैं।
- 2 जुलाई को प्रदोष व्रत है।
- 3 जुलाई को जयापार्वती व्रत है।
- 4 जुलाई को कोकिला व्रत है।
- 5 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है। इस दिन ग्रहण भी लगने वाला है।