Ashadh Month 2024 : हर महीने में पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस पूर्णिमा से ज्येष्ठ माह का समापन होता है। इसके बाद आषाढ़ माह की शुरुआत होती है। Ashadh Month 2024
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सनातन धर्म में आषाढ़ माह (Ashadh Month) का खास महत्व बताया गया है। इस दौरान भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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आषाढ़ मास आरंभ तिथि 2024
वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जून को प्रातः 6:37 बजे प्रारंभ होकर 23 जून को प्रातः 5:15 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार आषाढ़ मास का आरंभ 23 जून, रविवार को होगा । हम आपको बता दें कि सर्वार्थ सिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग की स्थापना भी इसी दिन हुई थी।
आषाढ़ माह का महत्व आषाढ़ माह को मनोकामना पूर्ति का माह माना जाता है। इस माह पौराणिक महत्व के मंदिरों और प्राचीन तीर्थों के दर्शन करने चाहिए। आषाढ़ माह की देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। श्रीहरि की पूजा से विचारों में शुद्धता आती है और जीवन सुखमय बनता है। वहीं आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी की पूजा करने से समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
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न करें ये कार्य
आषाढ़ माह में देवशयनी एकादशी पड़ती है। इस एकादशी से चतुर्मास की शुरुआत होती है। इस अवधि के दौरान मांगलिक कार्य जैसे जनेऊ संस्कार, मुंडन, शादी आदि कार्य नहीं किए जाते हैं। माना जाता है कि इन कार्यों का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है।
इस माह में जल की बर्बादी नहीं करनी चाहिए। इससे पानी का अपमान माना जाता है।
आषाढ़ माह में देर तक नहीं सोना चाहिए। इससे इंसान का शरीर निरोगी रहता है।
इसके अलावा तामसिक चीजें जैसे शराब और मांस, मदिरा के सेवन से परहेज करना चाहिए।
करें ये कार्य
अषाढ़ माह में पिंडदान, तर्पण, स्नान और दान किया जाता है। मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जातक को पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन की परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, ॐ रामदूताय नमः, क्रीं कृष्णाय नमः और ॐ रां रामाय नमः मंत्रों का जाप करें।
शास्त्रों के अनुसार, इस माह में सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए और सूर्य देव को जल अर्पित कर पूजा-पाठ करना चाहिए।
अषाढ़ माह में अधिक गर्मी पड़ती है, तो ऐसे में श्रद्धा अनुसार लोगों में जल और सत्तू समेत आदि चीजों का दान करें। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
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आषाढ़ माह 2024 व्रत त्यौहार सूची
23 जून 2024, रविवार- आषाढ़ माह प्रारंभ
25 जून 2024, मंगलवार- कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी व्रत
28 जून 2024, शुक्रवार- कालाष्टमी व्रत
02 जुलाई 2024, मंगलवार- योगिनी एकादशी व्रत
03 जुलाई 2024, बुधवार- प्रदोष व्रत
04 जुलाई 2024, गुरुवार- मासिक शिवरात्रि व्रत
05 जुलाई 2024, शुक्रवार- आषाढ़ अमावस्या व्रत, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रारंभ
07 जुलाई 2024, रविवार- जगन्नाथ रथ यात्रा
09 जुलाई 2024, मंगलवार- विनायक चतुर्थी व्रत
11 जुलाई 2024, गुरुवार- स्कंद षष्ठी व्रत
14 जुलाई 2024, रविवार- मासिक दुर्गाष्टमी, कर्क संक्रांति
17 जुलाई 2024, बुधवार- देवशयनी एकादशी, गौरी व्रत प्रारंभ
18 जुलाई 2024, शुक्रवार- प्रदोष व्रत
21 जुलाई 2024, रविवार- गुरु पूर्णिमा, आषाढ़ पूर्णिमा व्रत
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। JAIHINDTIMES यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं।