Atul Suicide: अतुल का सुसाइड नोट सुर्खियों में बना है. उन्होंने 40 पन्ने का बेहद भावुक सुसाइड नोट लिखा है. उन्होंने सुसाइड नोट (Suicide Note) में बताया है कि उनकी बीवी ने उन्हें कैसे परेशान किया है. उन्होंने कहा कि अगर इंसाफ न मिले तो उनकी अस्थियों को गटर में बहा दे. Atul Suicide
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अतुल सुभाष की कहानी पढ़कर आप भी रो पड़ेंगे। जिन्होंने शादी के बाद पत्नी के साथ जिंदगीभर प्यार से रहने के सपने संजोए लेकिन उन्होंने सपने भी नहीं सोचा था कि जिस अग्नि के वे फेरे ले रहे हैं कुछ ही दिनों में उन्हें उसी आग में जलना पड़ेगा। पत्नी के एक के बाद एक गंभीर आरोप और कोर्ट में तारीख पर तारीख से तंग आकर अतुल ने हारकर आत्महत्या कर ली।
बेंगलुरु के अतुल सुभाष की शादी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर की रहने वाली निकिता सिंघानिया के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों तक सब ठीक रहा, फिर निकिता अचानक बेंगलुरु से वापस जौनपुर लौट आई। उसने अपने पति अतुल और ससुरालवालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का केस किया।
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ससुरालवालों पर लगाया आरोप
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में बताया कि मौत के लिए पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघिया उर्फ पीयूष सिंघानिया, चचेरा ससुर सुशील सिंघानिया जिम्मेदार है। अतुल ने बताया कि पैसे ऐंठने के लिए उसकी पत्नी और ससुराल वाले ने बड़ी साजिश रची। उनके परिवारवालों को झूठे केस में फंसाया गया। इस वीडियो को देखकर यह सीखने को मिलेगा कि कैसे एक लड़की इस कानूनी व्यवस्था का इस्तेमाल कर आपके और आपकी फैमिली को बर्बाद कर सकती है।
2 साल में केस की लगीं 120 तारीखें
अपने वीडियो में अतुल ने बताया कि अभी तक 120 तक कोर्ट के डेट्स लग चुके हैं और 40 बार खुद अतुल बेंगलोर से जौनपुर जा चुके थे। इसके अलावा उनके माता-पिता और भाई को भी कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। यह बात हैरानी होगी कि अधिकतर डेट्स पर कोर्ट में कुछ नहीं होता है। कभी जज नहीं होता है और हड़ताल होती है। सुनवाई के दौरान किसी भी पक्ष का वकील अगले डेट की डिमांड कर सकता है। अतुल को साल में सिर्फ 23 छुट्टियां मिलती थीं और वह इस सिस्टम से थक चुके थे।
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निचली अदालत से लेकर हाई कोर्ट तक केस
अतुल ने सुइसाइड नोट में लिखा कि निकिता सिंघानिया ने 6 केस लोअर कोर्ट और तीन हाई कोर्ट के ऊपर डाला है। निकिता ने उनके मां-पिता और भाई के ऊपर हत्या, हत्या का प्रयास, अननेचुरल सेक्स, घरेलू हिंसा, दहेज लेने जैसे झूठे आरोप लगाए थे। इन आरोपों में ऐसी धाराएं हैं, जिनमें बेल मिलना मुश्किल है। पत्नी ने एक केस में आरोप लगाया कि 2019 में मेरे परिवार ने 10 लाख रुपये दहेज मांगा, इस सदमे से उसके पिता की मौत हो गई। क्रॉस एग्जामिनेशन में यह साबित हुआ था कि निकिता के पिता को हार्ट की बीमारी थी और इस कारण उनकी मौत हुई। उनकी बीमारी के कारण ही शादी जल्दीबाजी में हुई।
जज ने उड़ाया मजाक, घूस मांगने का भी आरोप
जौनपुर की प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट जज पर आरोप लगाया कि उनके कोर्ट में डेट के लिए पेशकार को घूस देनी पड़ती है। अतुल ने आरोप लगाया कि कोर्ट में जज ने उन पर तीन करोड़ रुपये की मेंटिंनेस देने का दबाव बनाया। साथ ही, दिसंबर 2024 में केस सेटल करने के लिए पांच लाख रुपये मांगे। जब उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी उसे आत्महत्या के लिए उकसा रही है, तब जज हंस पड़ी। 2022 में पेशकार के जरिये उन्होंने पहले भी तीन लाख रुपये मांगे थे। जब अतुल ने घूस नहीं दिया तो एलमनी और मेंटिनेंस के ऑर्डर जारी कर दिए, जिसमें उन्हें हर महीने 80 हजार रुपये देने थे।
करती थी अजीबोगरीब सेक्स डिमांड
वीडियो के अनुसार, 2022 में निकिता ने अतुल के परिवार पर केस कर दिया। मरने से पहले अतुल ने शादीशुदा जिंदगी के बारे में बताया कि उसकी पत्नी सेक्स संतुष्टि के लिए अजीबोगरीब तरीकों की डिमांड करती थी, इस कारण वह पत्नी से दूरी बनाकर रखते थे। अतुल के अनुसार, उनकी पत्नी ने तलाक के बदले हर महीने दो लाख रुपये के गुजारा भत्ता की डिमांड की। उसने बच्चे को भी दूर रखा गया, कभी मिलने नहीं दिया गया।
‘कोर्ट के सामने गटर में बहा देना अस्थियां’
जूडिशियरी से मां-पिता को हैरेसमेंट नहीं करने की अपील की। पत्नी के लिए आखिरी संदेश यह दिया कि मेरे बच्चे को वैल्यू के साथ परवरिश के लिए मेरे माता-पिता को दे दे। उसने अपने भाई को हिदायत दी कि बिना किसी कैमरे के मेरी पत्नी और उसके ससुरालवालों से नहीं मिले। मेरा अस्थि विसर्जन तभी करें जब तक परेशान करने वालों सजा नहीं मिलती। अगर न्याय नहीं मिलता है तो मेरी मौत के बाद मेरी अस्थियां कोर्ट के सामने गटर में बहा देना।
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