मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के आदेश
दूल्हे के परिवार पर एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है
coronavirus : देशभर में कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान से लापरवाही का मामला सामने आया है. भीलवाड़ा के भदादा मोहल्ले में हुई एक शादी में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं जिसका असर यह हुआ कि शादी में आए मेहमानों में से 16 लोग कोरोना संक्रमित पॉजिटिव हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई।
250 लोगों को बुलाया
प्रशासन की तरफ से शादी समारोह में सिर्फ 50 मेहमानों की छूट दिए जाने के बावजूद इस शादी में 250 लोग इकठ्ठा हुए। नियम को तोड़ने की वजह से अब दूल्हे के पिता बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं।
दूल्हे के पिता से होगी खर्चे की वसूली
राजस्थान एपिडेमिक एक्ट और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के प्रावधानों के अनुसार, दूल्हे के पिता से 6,26,600 रुपए वसूले जाएंगे जो सरकार द्वारा मरीजों के इलाज में खर्च किए गए हैं। तहसीलदार भीलावाड़ा को ये राशि तीन दिन में वसूल कर मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के आदेश दिए गए हैं।
कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया
उधर पूरे मामले पर भीलवाड़ा जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र भट्ट द्वारा शनिवार को आदेश जारी किया गया।
इसके अनुसार, 13 जून को शादी में 50 से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया गया। कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया। इस वजह से मेहमानों में कोरोना फैल गया। अभी और भी संक्रमित मिलने की आशंका बनी हुई है।
कुल 58 लोग अब तक क्वारंटीन किए जा चुके हैं।
आइसोलेशन वॉर्ड, क्वारंटीन व्यवस्था, आवास, भोजन और सैंपल जांच में सरकार का 6,26,600 रुपए का खर्च आया है।
शादी में 250 लोग बुलाने के मामले में पुलिस दूल्हे के परिवार पर पहले ही एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है।