Bharat Bandh : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा अनुसूचित जाति (SC) व जनजाति (ST) आरक्षण में क्रीमीलेयर पर दिए गए फैसले के खिलाफ आज कई संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है. इसके अलावा बसपा और आरजेडी जैसी पार्टियों ने भी बंद का समर्थन किया है. Bharat Bandh
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दरअसल, दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर ये बंद बुलाया है. दलित और आदिवासी संगठनों के राष्ट्रीय परिसंघ (NACDAOR) ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए न्याय और समानता सहित मांगों की एक लिस्ट जारी की है. इस बंद को कई राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल है, इसका प्रभाव कई शहरों में साफ तौर पर देखा जा रहा है.
भारत बंद का असर बिहार के जहानाबाद में सुबह से ही दिखाई दे रहा है. यहां के प्रमुख मार्गों, विशेषकर पटना-गया राष्ट्रीय मार्ग के ऊंटा मोड़ के पास बड़ी संख्या में बंद समर्थकों ने सड़क को जाम कर दिया. इस जाम की वजह से वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारत बंद समर्थकों ने सरकार से मांग की है कि उच्चतम न्यायालय के फैसले को एक अध्यादेश के माध्यम से रद्द किया जाए.
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अलवर में दुकानें बंद
अलवर में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है. बाजारों में दुकानें बंद हैं और सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं. जिला कलक्टर ने कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है, जबकि पुलिस प्रशासन लगातार राउंड पर है. हालांकि, जिले में शांति का माहौल बना हुआ है.
कवर्धा में बंद का असर नहीं, रायपुर में स्कूलों में छुट्टी
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भारत बंद का असर थोड़ा कम देखा गया. छोटे व्यापारी और अन्य व्यावसायिक संगठन के चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया है. चेंबर ने बताया कि व्यापारिक संगठनों की बिना पूर्व सूचना के समर्थन न देने की परंपरा है, जिसकी वजह से कवर्धा में भारत बंद का प्रभाव सीमित रहा.रायपुर के कई स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है.
बिहार में ट्रेन का चक्का जाम
दरभंगा में भीम आर्मी और अन्य दलित संगठनों ने बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन का चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए इसे अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया और सरकार से मांग की है कि इस फैसले को वापस लिया जाए.
चाईबासा में आवाजाही ठप
इसके अलावा झारखंड के चाईबासा में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन के साथ अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनों ने बाजारों को बंद करा दिया और वाहनों की आवाजाही ठप करवा दी. चाईबासा शहर के तांबो चौक पर सड़क को जाम कर दिया गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता का कहना है कि आरक्षण में वर्गीकरण की कोशिशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पटना में आगजनी, पुलिस अलर्ट
पटना में बंद समर्थकों ने महेंद्रु अंबेडकर हॉस्टल के पास सड़क को जाम कर आगजनी की. पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहा है.
हरदोई में भारत बंद का असर नहीं
उत्तर प्रदेश के हरदोई में भारत बंद का असर नहीं दिखा. रोजाना की तरह दुकानें खुली हुई हैं. हालांकि पुलिस हाई अलर्ट पर है. शहर के हर चौराहे पर पुलिस फोर्स तैनात है. अमरोहा में बंद समर्थकों ने हाथों में नीला झंडा और तिरंगा लेकर जोरदार प्रदर्शन किया.
क्या है आरक्षण में आरक्षण का मामला?
बता दें, सुप्रीम कोर्ट में काफी लंबे समय से सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए एससी, एसटी वर्ग को सब कैटेगरी में रिजर्वेशन दिए जाने की मांग का मामला लंबित था.अदालत ने इस मामले में एक अगस्त को बड़ा फैसला सुनाते हुए अपने ही 2004 के पुराने फैसले को पलट दिया. इसके बाद कोर्ट ने पंजाब अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग अधिनियम, 2006 और तमिलनाडु अरुंथथियार अधिनियम पर अपनी मुहर लगाकर कोटा के अंदर सब कैटेगरी को मंजूरी दे दी.