BIG BREAKING NEWS : पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की जौनपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह, शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद निवासी आशुतोष अपने घर से चले गए। घर से पांच सौ मीटर की दूरी पर दो बदमाशों ने बाइक से उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। चार गोलियां सीने और पेट में लगी। आशुतोष को आसपास के लोग अस्पताल लेकर भागे। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। BIG BREAKING NEWS
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परिवार वालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस बारे में अगर आशुतोष की शिकायत सुन ली गई होती तो आज शायद वह जिंदा होते।
दोनों बदमाश गमछे से मुंह बांध रखे थे
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक पर दो बदमाश सवार थे। दोनों बदमाशों ने गमछे से मुंह बांध रखा था। गोली मारते ही आशुतोष गिर गए, और अपराधी तुरंत भाग निकले। पुलिस द्वारा टीम गठित कर सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है ।
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भाजपा के लिए प्रचार करने निकले थे
बता दें कि आशुतोष श्रीवास्तव भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं। सुबह वह प्रचार के लिए साइकिल पर निकले थे। सुबह नौ बजे अज्ञात अपाचे बाइक सवार बदमाशों ने घर से 500 मीटर की दूरी पर रोक लिया। उससे पहले कि आशुतोष कुछ समझ पाते, अपराधियों ने उनके सीने और पेट में ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं।
पुलिस ने नहीं दी सुरक्षा
आशुतोष के छोटे भाई की पत्नी डॉली श्रीवास्तव ने बताया कि 10 दिन पहले शाहगंज कोतवाली में आशुतोष को बुलाया गया था। पुलिस ने कहा था कि आप घर से न निकलिए। घर में रहिए। आपकी जान को खतरा है। दो शूटर आपको मारना चाहते हैं। इस पर आशुतोष ने कहा कि मैं दुकानदार आदमी हूं। कब तक अपने घर में रहूंगा। आप मुझे सुरक्षा दे दीजिए। लेकिन, पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी।
नाश्ता करके घर से निकले थे
छोटे भाई की पत्नी डॉली श्रीवास्तव ने बताया कि आज सुबह 9 बजे आशुतोष ने नाश्ता किया। फिर बुलेट से बाहर निकले थे। जाते समय कहा था कि थोड़ी देर में आकर खाना खाता हूं। लेकिन, कुछ देर बाद ही उन्हें गोली मार दिए जाने की सूचना मिली।
पुलिस अफसरों को लेटर लिखकर जान का खतरा जताया था
परिजनों के मुताबिक, आशुतोष श्रीवास्तव ने कुछ दिन पहले ही सीओ शाहगंज और थाना प्रभारी शाहगंज को पत्र लिखकर जान का खतरा बताया था। सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। न ही आशुतोष के प्रार्थना-पत्र पर कोई विचार किया गया। हत्या के बाद लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया।
हत्या के पीछे भूमाफियाओं पर शक
पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के पीछे भूमाफियाओं पर भी शक गहरा रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, परिजनों ने बताया कि वो भूमाफिया के खिलाफ खबरें लिखते थे। संभावना जताई जा रही है कि इसी रंजिश को लेकर पत्रकार की हत्या की गई है।