BIG BREAKING NEWS : अशोक, गोल्डी समेत ब्रांडेड मसालों के नमूनों की जांच में कीटनाशक मिले थे। अब कंपनियों ने इन मसालों को मार्केट से वापस मांगना शुरू कर दिया है। अब तक अलग अलग कंपनियों ने करीब 600.60 किलो मसाला मार्केट से वापस लिया है। अब इन मसालों को नष्ट करने का प्रोसेस किया जा सकता है। KANPUR NEWS
FULL NEWS : ASHOK-गोल्डी समेत कई ब्रांडेड मसालों में मिला कीटनाशक
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Kanpur Assistant Food Commissioner द्वितीय Sanjay Pratap Singh ने बताया कि कई मसाला कंपनियों से अलग अलग नमूने लिए गए थे। लैब में नमूनों की जांच में इनमें कीटनाशक होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद संबंधित कंपनियों को नोटिस भेजी गई। अब कई कंपनियों ने फेल हुए मसालों को मार्केट से वापस मंगाया है।
मसालों की जांच में मिले कीटनाशक तत्व
मई में KANPUR खाद्य एवं औषधि विभाग (Food and Drug Department) की टीम ने ने विभिन्न मसालों के 33 सैंपल लिए थे, लैब में की गई जांच में 23 नमूने UNSAFE पाए गए हैं। यह मसाले खाए जाने के लायक नहीं है। इनमें कीटनाशक, दुषित पदार्थ और हानिकारक संदूषक पाए गए। इन मसालों में जो माइक्रोबायोलॉजिकल कीटनाशक (Microbiological Pesticides) मिले हैं उनसे शरीर के कई ऑर्गन डैमेज हो सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए Ethylene oxide से अधिक हानिकारक हैं। अब फेल नमूनों के मसालों को कंपनियां वापस मांगने का काम कर रही है।
इन कंपनियों ने वापस मंगाया मसाला
शुभम गोल्डी मसाले प्राइवेट लिमिटेड चाट मसाला 24.5 किलो
शुभम गोल्डी मसाले प्राइवेट लिमिटेड गरम मसाला 44.8 किलो
अशोक गृह उद्योग केंद्र प्राइवेट लिमिटेड गरम मसाला 7.300 किलो
हर्ष ट्रेडिंग पांखी सब्जी मसाला 255 किलो
गौरव इंटर प्राइजेज हल्डी पाउडर 269 किलो
अनसेफ मसालों की जांच में क्या मिला
कीटनाशक वे रसायन होते हैं जिनका उपयोग कीड़ों को मारने के लिए किया जाता है।
क्लोरपाइरीफोस मिला, यह एक ऑर्गनोफॉस्फेट कीटनाशक है जिसका उपयोग फसलों, जानवरों और इमारतों और अन्य सेटिंग्स में, कीड़ों और कीड़ों सहित कई कीटों को मारने के लिए किया जाता है।
एंटरोबैक्टीरियासी रोगजनक बैक्टीरिया (बीमारी पैदा करने वाले एजेंट)
एथियोन मिला, एक ऑर्गनोफॉस्फेट कीटनाशक है
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