RAHUL PANDEY
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बिजली संकट बढ़ने वाला है. कोयले की कमी के कारण उत्तर प्रदेश की 8 यूनिट बंद हो गई थी स्थिति यह है कि तमाम कोशिश के बाद भी अगले एक सप्ताह तक इससे राहत मिलता नजर नहीं आ रहा है| खुद पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी मान रहे हैं कि कुछ दिनों तक परेशानी रहेगी अब यूनिट बंद होने से बिजली कटौती भी बढ़ गई है| इसमें सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण सेक्टर में है| उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राज्य विद्युत उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने आरोप लगाय है कि ग्रामीण सेक्टर में 7 से 8 घंटे का पावर कट लग रहा है.
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इसका सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है
यहां तक की कुछ बड़े महानगरों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर जगहों पर बिजली कटौती बड़ गई है|आंकड़ों की बात करे तो उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में बिजली की मांग 20,000 से 21,000 मेगावाट के बीच है वहीं सप्लाई सिर्फ 17000 मेगावाट तक हो पा रही है. ऐसे में चार हजार मेगावाट बिजली की कमी होने लगी है. बताया जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर पूर्वांचल और मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड़ के ग्रामीण इलाकों में पड़ रहा है.
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20 रुपए प्रति यूनिट तक बिजली खरीदी जा रही
इस कमी को पूरी करने के लिए एक्सचेंज से पावर कॉर्पोरेशन बिजली खरीद रहा है. अधिकारियों का कहना है. कि यह बिजली 15 से 20 रुपए यूनिट तक पड़ रहा है. हालांकि बिजली की कीमत अधिक होने के कारण पावर कॉर्पोरेशन ज्यादा मात्रा में एक्सचेंज से बिजली नहीं खरीद पा रहा है.
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2700 मेगवाट बिजली नहीं तैयार हो पा रही
कोयले की कमी से उप्र में 2700 मेगावाट बिजली नहीं तैयार हो रही है| मौजूदा समय 8 पावर प्लांट कोयले की कमी से और 6 दूसरे कारणों से बंद है कोयले की कमी से जो पावर प्लांट बंद चल रहे हैं, उनसे पावर कॉरपोरेशन को 2700 मेगावाट बिजली मिलती है| इसके अलावा 6 पावर प्लांट भी दूसरे तकनीकी कारणों से बिजली उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं| इनसे भी 1800 मेगावाट बिजली मिलती है. यानि पावर कॉरपोरेशन को करीब 4500 मेगावाट बिजली नहीं मिल पा रही है|
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कोयले का बकाया भी नहीं जमा है
बताया जा रहा है कि यह समस्या बढ़ेगी इसकी बड़ी वजह कई जगह पर कोयले की पेमेंट न होना है|उत्पादन निगम के कई पावर प्लांट हैं. जिनका कोयले का पेमेंट बकाया है| दरअसल कोयले की कमी को देखते हुए कोल कंपनियों ने यह तय किया है. कि जिन पावर प्लांटों का पेमेंट होगा. उन्हें पहले कोयले की सप्लाई की जाएगी.
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यह पावर प्लांट बंद हो गए है
ललितपुर यूनिट-2660 मेगावाट ललितपुर यूनिट-3660 मेगावाट रोजा यूनिट-2300 मेगावाट ऊंचाहार यूनिट-6190 मेगावाट हरदुआगंज यूनिट-9250 मेगावाट पारीछा यूनिट-4210 मेगावाट पारीछा यूनिट-5250 मेगावाट हरदुआगंज यूनिट- 7105 मेगावाट|