डा. विमलेश पासवान ने सांसद के पक्ष में अब कमान संभाल ली है…
#Gorakhpur : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में छात्रसंघ चौराहे पर स्थित होप पैनेशिया हॉस्पिटल पर कब्जे के विवाद में भाजपा सांसद कमलेश पासवान पर डकैती का मुकदमा दर्ज होने पर विधायक भाई डा. विमलेश पासवान ने सांसद के पक्ष में अब कमान संभाल ली है।
शुक्रवार को बांसगांव से भाजपा विधायक डा. विमलेश पासवान ने सांसद भाई के पक्ष में एक विज्ञप्ति दर्ज कर मुकदमे को फर्जी करार दिया है। सांसद पर दर्ज मुकदमे को खारिज करने की मांग करते हुए बांसगांव विधानसभा से विधायक विमलेश ने कहा है कि 25 मार्च 1974 को देश में आपातकाल लगा था। इसी तारीख को सांसद पर मुकदमा दर्ज करने की पुलिसिया कार्रवाई भी की गई जो आपातकाल जैसी प्रतीत होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद की छवि धूमिल करने के लिए साजिशन यह मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि जनता में विश्वास कायम रखने के लिए सांसद पर दर्ज मुकदमा तत्काल खारिज किया जाना चाहिए।
इसके पूरे मामले में 48 घंटे से अधिक समय तक पुलिस क्या कर रही थी? जिनके विरुद्ध साक्ष्य मौजूद था उनके उपर कार्रवाई करने से पुलिस क्यों बच रही है?
यह जांच का विषय है…
विमलेश ने कहा कि ये सब पुलिस क्यों और किसके दबाव में कर रही है, यह जांच का विषय है। सांसद कमलेश पासवान कम्पनी अधिनियम 2013 के नियमों के अनुसार ही संचालक मंडल के निर्देशक बने हैं। कुछ लोग जबरिया होप पैनेशिया हास्पिटल पर कब्जा करना चाहते थे। अपने मंसूबे में कामयाब न होने पर सांसद की राजनैतिक छवि खराब करने की कोशिश में लगे हैं। अब गोरखपुर पुलिस भी उन्हीं के साथ कदमताल कर रही है। हॉस्पिटल का मामला कोर्ट में लंबित होने के बावजूद कुछ लोगों ने जबरन कब्जा की कोशिश की। चुने हुए जन प्रतिनिधि के जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया जिसका विडियो फुटेज भी मौजूद है। बावजूद इसके दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने सांसद के ऊपर ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
विधायक ने दी डॉ. प्रमोद के खिलाफ एक और तहरीर
पैनेशिया हास्पिटल को लेकर डा. प्रमोद सिंह पर एक और आरोप लग गया है। अब बशारतपुर आम बाजार निवासी रवि प्रकाश श्रीवास्तव ने डा. प्रमोद सिंह पर जालसाजी कर रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए कैंट थाना में तहरीर दी है। उनका आरोप है डा. प्रमोद सिंह ने उन्हें और व्यापारी भाई विपिन तथा विवेक अग्रवाल के साथ शेयर बेचने के नाम पर जालसाजी करते हुए रुपये हड़प लिए हैं।