पंचकूला सेक्टर 15 की कोरोना पॉजिटिव महिला बुखार और खांसी के लक्षणों के साथ 6 अप्रैल को गई थी डॉ ऋषि नागपाल के प्राइवेट क्लीनिक पर इलाज करवाने।
जिस दौरान डॉ ऋषि नागपाल द्वारा इस मामले की सूचना जिला प्रशासन व जिला स्वास्थ्य विभाग को बताने की बजाय खुद ही डॉक्टर ने पीड़ित महिला का इलाज शुरू कर दिया था।
जिसके चलते कोरोना पीड़ित महिला करीब 5 से 6 दिन उसी डॉक्टर के पास इलाज करवाती रही और परिवार के अन्य लोग भी संक्रमित होते चले गए।
अगर डॉक्टर ऋषि नागपाल द्वारा समय रहते जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी गई होती तो संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता था।