डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया है कि अब ऐसे किसी धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं होगी, जिससे लोगों को असुविधा हो. बता दें कि जब सड़कों पर नमाज को रोका गया तो कुछ जगहों पर लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने सख्ती इसे लागू कराया वहीं कई जगह मुस्लिम समाज में व्यापक तौर इस पहल का स्वागत किया. मेरठ और अलीगढ़ में सड़क पर नमाज को रोकने में मिली सफलता के बाद अब ये मॉडल पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया जा रहा है.
बता दें हाल ही के दिनों में सड़कों पर होने वाले नमाज के खिलाफ सड़क पर हनुमान चालीसा और आरती जैसे कार्यक्रम भी शुरू हुए जिससे समाज में काफी तनाव बढ़ रहा था. साथ ही लोगों को कई असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा था. इसे देखते हुए मेरठ में सड़क पर नमाज रोकने की एक पहल शुरू की गई जो सफल रही. मेरठ के बाद अलीगढ़ में भी इसे अपनाया गया है और दोनों जगहों पर यह प्रशासनिक प्रयास सफल होने के बाद यूपी पुलिस ने इस पूरे राज्य में लागू करने का फैसला किया है.