ARTI PANDEY
झांसी: प्रदेश सरकार (State government) इस दीपावली (Diwali) के पर्व पर कई तरह के अनूठे आयोजनों और अभिनव प्रयोगों की ओर कदम बढ़ा रही है। इसी के तहत झांसी नगर निगम (Jhansi Nagar Nigam) इस दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां तैयार कर उनकी बिक्री करने की तैयारी में है। लक्ष्मी-गणेश सहित अन्य देवी-देवताओं की इन मूर्तियों की खासियत यह होगी कि इन्हें गाय के गोबर से तैयार किया जा रहा है। नगर निगम (Nagar Nigam) द्वारा संचालित कान्हा उपवन गौशाला में संरक्षित गाय के गोबर से लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है और दीपावली से पहले इनकी बिक्री के लिए नगर निगम में काउंटर तैयार कर लिया जाएगा।
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काम बढ़ने पर लेंगे स्वयं सहायता समूहों की मदद
झांसी नगर निगम (Jhansi Nagar Nigam) के अफसरों के मुताबिक अभी कान्हा उपवन गौशाला में वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों की मदद से प्रयोग के तौर पर छोटे पैमाने पर यह काम शुरू हुआ है। दीपावली पर्व को देखते हुए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के साथ ही दीयों का भी निर्माण किया जा रहा है। मूर्तियां बनाने के लिए ख़ास तरह के सांचे मंगाए गए हैं और उनकी मदद से मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। आने वाले दिनों में प्रयोग सफल होने पर और आवश्यकता पड़ने पर स्वयं सहायता समूहों अथवा बेरोजगार युवाओं की भी इस काम में मदद ली जाएगी।
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सर्दियों के अलाव के लिए उपयोग में लाये जायेंगे गोबर के लट्ठ
झांसी नगर निगम (Jhansi Nagar Nigam) के पशु कल्याण अधिकारी डॉ राघवेंद्र सिंह बताते हैं कि इस दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों और दीयो के निर्माण के साथ ही आने वाली सर्दियों को लेकर भी नगर निगम विशेष प्रबंध करने जा रहा है। गौशाला में गाय के गोबर से विशेष तरह के लट्ठे तैयार किये जा रहे हैं, जिनका उपयोग आने वाले दिनों में सर्दियों में अलाव में जलाने के लिए किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि अलाव के लिए लकड़ियों की होने वाली खपत को इस प्रयोग से कम कर सकेंगे और इससे पेड़ों के कटान और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद कर सकेंगे।
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