छठ (CHHATH) लोकपर्व को सनातन संस्कृति में विशेष स्थान प्राप्त है। सूर्य षष्ठी सिर्फ भगवान भास्कर की ही आराधना का पर्व नहीं है। चार दिवसीय पर्व में भगवान भास्कर की बहन देवसेना, जिन्हें छठी मईया के नाम से जाना जाता है, के साथ उनकी दोनों पत्नियों की भी आराधना की जाती है।
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CHHATH PUJA 2022: छठ पर्व में सूर्य की बहन के साथ पूजी जाती हैं दोनों पत्नियां
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEY -
छठ को बिहार का महापर्व माना जाता है। यह पर्व बिहार के साथ देश के अन्य राज्यों में भी बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। बिहार के मुंगेर में छठ पर्व का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार माता सीता ने सर्वप्रथम पहला छठ पूजन बिहार के मुंगेर में गंगा तट पर संपन्न किया था, जिसके बाद महापर्व की शुरुआत हुई।
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Chhath Puja 2022: छठ पूजा में ध्यान रखें इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYछठ पर्व की तैयारियां शुरू हो चुकि हैं। चार दिवसीय इस पर्व में व्रती महिलाएं 36 घंटे का कठिन निर्जला उपवास रखती हैं। बता दें कि छठ पर्व की शुरुआत शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन नहाय खाय के साथ हो जाती है। इन चार दिनों में व्रती महिलाएं कई प्रकार के नियमों का पालन करती हैं। इस पर्व को इसलिए भी खास माना जाता है क्योंकि इस दिन अस्त होते सूर्य की पूजा की जाती है।
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आंवला नवमी (Amla Navami) का त्योहार हर साल दिवाली के बाद और देवउठनी एकादशी के दो दिन पहले मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी का पर्व मनाया जाता है। इसे अक्षय नवमी के नाम से भी जानते हैं। माना जाता है कि आंवला नवमी के दिन व्रत रखने के साथ आंवला के पेड़ की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।
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Yama Deepam 2022: धनतेरस से एक दिन पहले यम दीपक जलाने का शुभ योग, जानिए…
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYधनतेरस के दिन शाम को मां लक्ष्मी, कुबेर भगवान की पूजा करने के साथ यमराज की पूजा करने का विधान है। इस दिन शाम के समय दक्षिण दिशा में एक चौमुखा दीपक जलाया जाता है जिसे यम दीपक कहते हैं। इस साथ त्रयोदशी तिथि दो दिन होने के कारण यमदीपक 22 अक्टूबर को जलाया जाएगा और धनतेरस 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
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Chhath Puja 2022: कब है छठ पूजा? नहाए-खाय और खरना की तारीखें और पूजन सामग्री
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYछठ पूजा (Chhath Puja) का त्योहार दिवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में छठ पूजा का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, छठ पूजा संतान प्राप्ति और उसके खुशहाल जीवन की कामना के लिए कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि होती है। यह व्रत (vrat) तीन दिनों तक चलता है।
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दीपावली (DIWALI) 24 अक्टूबर दिन सोमवार को मनाया जाएगा। सोमवार को 5:27 पर अमावस्या आएगी जबकि सूर्यास्त 5:39 पर होगा। अर्थात दीपोत्सव के समय दीपावली (DIWALI) का उत्तम मुहूर्त रहेगा। 25 अक्टूबर दिन मंगलवार को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है
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ज्योतिषाचार्य की मानें तो दीपावली का उत्सव 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। प्रदोष काल में अमावस्या का होना दीपावली मनाने का प्रमाण है, जो 24 अक्टूबर को पड़ रहा है। इसके साथ ही दिवाली से अगले दिन सुर्यग्रहण और कार्तिक की पूर्णिमा के गंगा स्नान पर 8 नवंबर को शाम 2:39 से 6:19 तक चंद्रग्रहण पड़ेगा।
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Tulsi Vivah 2022: तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के अवतार शालिग्राम की पूजा की जाती है। इस साल 5 नवंबर को तुलसी विवाह मनाया जाएगा। इस दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह कराया जाता है।
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मंगलवार के दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा, लौंग, इलायची और सुपारी अर्पित करने से व्यक्तो को बहुत लाभ मिलता है। इसके साथ शनि द्वारा उत्पन्न हो रहे अशुभ प्रभावों को भी कम किया जा सकता है।