नवरात्रि (NAVRATRI) के पावन पर्व में मां दुर्गा के 9 रूपों की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। मां लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा जाता है। जिस व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा हो जाती है उसको जीवन में कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
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SHARDIYA NAVRATRI 2022: नवरात्रि में ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न, कर लें…
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEY -
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SHARDIYA NAVRATRI 2022: नवरात्रि पूजन में भूलकर भी न करें ये गलतियां, जानें
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYनवरात्र के नौ दिन माता के अलग -अलग रूप की पूजा होती है। ये नौ दिन बेहद पावन माने जाते हैं। हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत अधिक महत्व है। जगह- जगह नवरात्र में माता के पंडाल लगाए जाते हैं। इन नौ दिनों में माता का पूजन करने के दौरान हमें कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए।
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Shardiya Navratri 2022: नवरात्र के पहले दिन की जाएगी माता शैलपुत्री की पूजा, जानिए विधि और मंत्र
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYनवरात्र महापर्व के पहले दिन मां आदिशक्ति के पहले सिद्ध स्वरूप मां शैलपुत्री (Mata Shailputri) की विधिवत पूजा की जाती है। बता दें कि नवरात्र (Navratri 2022) के नौ दिन मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं क्या मां है शैलपुत्री की पूजा विधि और मंत्र।
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Shardiya Navratri 2022: क्यों मनाई जाती हैं शारदीय नवरात्रि, क्या है पौराणिक कहानी?
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYभारत देश में नवरात्रि (Navratri) का पर्व बहुत जोर-शोर से मनाया जाता है. देश के कई राज्यों में इसकी धूम रहती है. लोग भक्ति भाव से मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-उपासना करते हैं, 9 दिन तक व्रत रखते हैं. इसके लिए नवरात्रि (Navratri) के पहले दिन घटस्थापना करते हैं.
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Navratri Bhog Prasad: नवरात्रि के 9 दिन, मां दुर्गा के नौ रूपों को लगाएं ये 9 भोग
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYनवरात्र (Navratri) के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा को शक्ति का रूप माना जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार आश्विन मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri) की शुरुआत होती है। नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के अलग -अलग स्वरूपों को अलग -अलग भोग चढ़ाए जाते हैं।
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Sarva Pitru Amavasya: रविवार को पितृ विसर्जन अमावस्या, पितृ श्राप से मुक्ति चाहते हैं तो करे ये उपाय
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYपितृ विसर्जन 25 सितंबर यानी रविवार को होगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस साल पितृ विसर्जन सर्वपैत्री, श्राद्ध की अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya) रविवार को मध्याह्ने श्राद्धम् कारयेत अतः मध्याह्न काल में ही श्राद्ध क्रिया करनी चाहिए। इस वर्ष अमावस्या तिथि पूरे दिन और रात्रि 3:24 तक रहेगी।
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Surya grahan 2022: इतने बजे से शुरू होगा सूर्य ग्रहण, जाने किस राशि पर क्या पडेगा प्रभाव
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYकार्तिक मास की अमावस्या तिथि और सूर्य ग्रहण (Surya grahan) होने के कारण इस बार कई राशियों पर भी अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। इस साल अक्टूबर 24, 2022 को कार्तिक अमावस्या तिथि शाम 5:29:35 से शुरू होगी। इसलिए इस बार दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जा रही है। 25 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के दिन साल का अंतिम सूर्य ग्रहण (Surya grahan) लग रहा है। सूर्य ग्रहण करीब एक घंटे तक रहेगा।
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Shardiya navratri 2022: नवरात्रि के पहले दिन इन मुहूर्त में न करें कलश स्थापना
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYशारदीय नवरात्रि के पहले दिन अडाल योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में अडाल योग को शुभ नहीं माना गया है। इस दौरान किए गए कार्यों का परिणाम शीघ्र नहीं मिलने की मान्यता है।
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Shradh Amavasya: मोक्ष अमावस्या पर जल तर्पण से ही तृप्त होंगे पितृ, जाने विधि
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYपितृपक्ष (pitru paksha) में ऐसा शुभ संयोग पांच साल बाद बन रहा है। इस वर्ष पितृपक्ष (pitru paksha) की अमावस्या तिथि पर मोक्ष अमावस्या (Moksha Amavasya) का योग बन रहा है। इस तिथि पर मात्र जल तर्पण से पितृ न सिर्फ तृप्त होंगे अपितु उनके आशीर्वाद से सफलता और समृद्धि के द्वार भी खुलेंगे।
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Sharad Purnima 2022: इस तारीख को है शरद पूर्णिमा, होगा तुलसी विवाह
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात आसमान से अमृत की बारिश होती है। पारंपरिक मान्यताओं के तहत श्रद्धालु खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखते हैं। रातभर अमृत की बूंदें खीर में पड़ती हैं, जिसे श्रद्धालु सुबह ग्रहण करते हैं। मान्यता है कि यह खीर ग्रहण करनेवाले को आरोग्यता व दीघार्यु की प्राप्ति होती है।