Chaitra Navratri 2024 : नवरात्र (Navratri) हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है। देवी दुर्गा को यह पर्व समर्पित है। मां के भक्त इस नौ दिवसीय त्योहार को बड़े प्रेम और उत्साह से मनाते हैं। इस दिन देवी की आराधना करने से मनचाहे वर मिलता है। साथ ही सभी प्रकार का धन मिलता है। 9 अप्रैल, 2024 से इस वर्ष नवरात्र शुरू होगा। Chaitra Navratri 2024
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कैसे हुई देवी दुर्गा की उत्पत्ति ?
पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि राक्षसों की क्रूरता इतनी बढ़ गई कि देवता मदद के लिए ब्रह्मा के पास गए और उनसे इस स्थिति का समाधान मांगा। तब ब्रह्मा देव ने बताया कि उन दैत्यों का वध सिर्फ एक कुंवारी कन्या के हाथों से ही हो सकता है। इसके बाद सभी देवताओं ने मिलकर अपने तेज को एक जगह समाहित किया, जिससे मां दुर्गा का जन्म हुआ।
इसलिए मां दुर्गा कहलाईं आदिशक्ति
मां दुर्गा की उत्पत्ति के बाद उन असुरों का वध करने के लिए अपार शक्ति की जरूरत पड़ी, जिसके लिए सभी देवताओं ने योगदान दिया। भगवान शंकर ने अपना त्रिशूल, श्री हरि ने चक्र, हनुमान जी ने गदा, श्री राम ने धनुष, अग्नि ने शक्ति व बाणों से भरे तरकश, वरुण ने दिव्य शंख, प्रजापति ने स्फटिक मणियों की माला, लक्ष्मी जी ने कमल का फूल, इंद्र ने वज्र, शेषनाग ने मणियों से सुशोभित नाग, वरुण देव ने पाश व तीर, ब्रह्माजी ने चारों वेद तथा हिमालय ने देवी को सवारी के लिए सिंह दिया।
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इसके साथ ही देवी भगवती को समुद्र से दिव्य वस्त्र, चूड़ामणि, हार, कंगन, पैरों के नूपुर, दो कुंडल और अंगुठियां प्राप्त हुईं। जैसे ही मां ने इन सभी अस्त्र-शस्त्र और अन्य दिव्य वस्तुओं को धारण किया, उनका स्वरूप असुरों में भय पैदा करने वाला था। मां के पास ऐसी शक्तियां थी, जो किसी दूसरे के पास नहीं थी। उनकी अपार शक्तियों का कोई अंत नहीं दिखाई पड़ रहा था। अपनी इस दिव्यता के लिए वे आदिशक्ति कहलाती हैं।
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