शराब की तस्करी रोकने लेकर एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने मंगलवार को शहर के कई स्थानों पर नाका लगाकर चेकिंग किया है। ईटीओ के अंडर बनी 3 टीमों ने बार्डर एरिया पर यह नाका लगाया। यहां टीम ने कारों और अन्य वाहनों की सघन तलाशी ली। असिस्टेंट एक्साइज एंड टैैक्सेशन कमिश्नर आरके चौधरी ने बताया कि शराब की तस्करी को रोकने को लेकर नाके लगाए गए हैं। इसके लिए टीम बनाई गई है। नाके लगाकर वाहनों की चेंिकग की जा रही है। यह चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा।
यह लगाए नाके
एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने शहर के बाहर क्षेत्रों में यह नाके लगाए हैं। टीम को ईटीओ सतपाल गिल की सुपरविजन कर रहे हैं। पंचकूला, आईटी पार्क, मनीमाजरा, हल्लोमाजरा, औद्योगिक क्षेत्र 2, किशन गढ, रायपुर कलां, मौलीजागरां में तीन टीमों ने वाहनों की चेकिंग की। यहां तीन एक्साइज इंस्पेक्टर के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा। यह नाके शाम छह बजे से लगे। एक्साइज टीम ने शहर के बाहर जा रहे वाहनों की सघन तलाशी ली। अफसर ने बताया कि यह नाके रेगुलर लगे रहेंगे।
बीते रोज हुई थी बैठक
बता दें कि बीते रोज शराब की तस्करी व नकली शराब के गोरखधंधे पर लगाम लगाने के लिए पंजाब-हरियाणा व यूटी के एक्साइज व टैक्सटेशन विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों में अवैध शराब के इस्तेमाल को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में पटियाला, मोहाली, अंबाला, पंचकूला व चंडीगढ़ के एक्साइज व टैक्सटेशन विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान शराब की तस्करी को रोकने के लिए इन जिलों के मुख्य एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर नाके लगाए जाएंगे।
इसके अलावा नकली शराब को लेकर भी टीमें चैकिंग और आपस में सूचना सांझी करेगी। बता दें कि शराब की तस्करी रोकने के लिए यूटी प्रशासक ने कमेटी गठित की थी, जिसकी अगस्त माह में यूटी एडवाइजर मनोज परिदा की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई थी। शराब तस्करी पर लगाम लगाने को लेकर बनाई गई यह ज्वाइंट एक्शन कमेटी पंचकूला, मोहाली और चंडीगढ़ पर निगाह रखेगी। इन कमेटी को दो लेवल में बांटा गया है। पहला लेवल एईटीसी और दूसरा लेवल सीनियर ऑफिसर यूटी/राज्य के। चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के एईटीसी अफसर महीने में एक दफा मीटिंग करेंगे और शराब तस्करी पर कैसे रोक लगाया जा सके इसको लेकर आपस में सूचनाओं का साक्षा करेंगे। वहीं सीनियर ऑफिसर की कमेटी हर तीन महीने में मीटिंग करेगी और अब तक इस पर क्या क्या काम किया गया है, इसपर चर्चा करेगी।