सेक्टर-18 स्थित गवर्नमेंट प्रिंटिंग प्रेस के बंद होने के 23 दिन बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने 87 कर्मचारियों को विभिन्न विभागों में शिफ्ट कर
दिया है। जारी लिस्ट के अनुसार कर्मचारियों को बस कंडक्टर, ट्यूबल ऑपरेटर, लिफ्ट ऑपरेटर, क्लर्क, जूनियर टेक्नीशियन आदि बनाया
है। 29 कर्मचारियों को बस कंडक्टर, 26 को ट्यूबल ऑपरेटर, 3 को लिफ्ट ऑपरेटर, 4 को क्लर्क, 19 को जूनियर टेक्नीशियन आदि बनाया है। प्रिंटिंग और स्टेशनरी डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी अजय कुमार सिंग्ला ने कहा कि इन लोगों को पहले ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके बाद काम पर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रेस को बंद करने का फैसला केंद्र सरकार का है। यहां काम करने वाले कर्मचारियों को शिफ्ट करने का सिलसिला शुरु कर दिया है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने 30 सितंबर को गवर्नमेंट प्रिंटिंग प्रेस को पूरी तरह से बंद कर दिया था। जिसके बाद यहां काम करने वाले करीब 300
कर्मचारियों को कुछ दिन के अंदर शिफ्ट करने की बात कही थी। 23 दिन बाद भी सिर्फ 87 कर्मचारियों को ही शिफ्ट किया जा सका है।
जारी तैनाती की लिस्ट से प्रेस के कर्मचारी काफी खफा है। उनका कहना है कि गवर्नमेंट प्रेस में ज्यादा तक कर्मचारी रियाटरमेंट की दहलीज पर खड़े हैं। ऐसे में यह लोग कैसे काम कर पाएंगे। हालांकि तैनाती पर गवर्नमेंट प्रिंटिंग प्रेस में सेक्शन होल्डर को ट्यूबेल ऑपरेटर बनाया गया है।
गवर्नमेंट प्रिंटिंग प्रेस में एक सेक्शन होल्डर पूरे सेक्शन का काम देखता था, जिसके अंतर्गत करीब 25 कर्मचारी काम करते थे लेकिन प्रेस के बंद होने के बाद सभी सेक्शन होल्डर को ट्यूबेल ऑपरेटर बनाया गया है। इसके अलावा सीनियर मशीनमैन, जिन्होंने पूरी जिंदगी मशीनों के बीच बिता दी उन्हें बस कंडक्टर बना दिया गया है। इसके अलावा कई सीनियर मशीनमैन को लिफ्ट ऑपरेटर भी बनाया गया है।