Child Obesity : खाने के अलावा, खराब जीवनशैली के कारण भी आपका बच्चा मोटापे का शिकार भी हो सकता है। आइए जानते हैं, क्या है चाइल्ड ओबेसिटी (Child Obesity) और क्या हो सकते हैं इसके रिस्क फैक्टर। Child Obesity
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क्या है चाइल्ड ओबेसिटी?
बच्चों में मोटापा या चाइल्ड ओबेसिटी (Child Obesity) एक गंभीर समस्या है। इसका अर्थ है कि आपके बच्चे का बीएमआई (Body Mass Index) उम्र और लंबाई से अधिक है। यह स्थिति चिंताजनक इसलिए है क्योंकि मोटापे से होने वाली गंभीर बीमारियां, जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी, आपके बच्चे को अपना शिकार बना सकती हैं। इसलिए हेल्दी वेट बच्चों के लिए भी उतना ही आवश्यक है, जितना बड़ो के लिए। आपके बच्चे को शारीरिक और मानसिक रूप से मोटापा प्रभावित करता है। इसके परिणामस्वरूप आपके बच्चे का आत्मविश्वास भी प्रभावित हो सकता है। आत्मविश्वास की कमी बच्चे की व्यक्तिगत और सोशल लाइफ पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यही कारण है कि बच्चों को मोटापे से बचाना बहुत जरूरी है।
क्या हैं रिस्क फैक्टर और बचाव के तरीके?
चाइल्ड ओबेसिटी के पीछे कई ऐसे कारण हो सकते हैं, जिन्हें हम अनजाने में ही अनदेखा करते रहते हैं। हालांकि, उनमें से कई कारण ऐसे हो सकते हैं जिन्हें वक्त रहते बदल कर, आप अपने बच्चे को मोटापे से बचा सकते हैं।
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एक्सरसाइज नहीं करना
आजकल बच्चों की लाइफस्टाइल टीवी देखना, विडियो गेम खेलना और फोन पर रहना बन गया है। इसलिए उनकी शारीरिक गतिविधि कम हो गई है, जो बच्चों के मोटापे का सबसे बड़ा कारण हो सकता है। हेल्दी वेट के लिए व्यायाम बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे शरीर में फैट और कोलेस्टॉल कम होते हैं। इसलिए अपने बच्चों को हर दिन व्यायाम करने की आदत डालें। यदि वे अलग से व्यायाम नहीं करना चाहते हैं, तो किसी स्पोर्टस एक्टीविटी में उनकी रुचि जगाने का प्रयास करें।
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खराब डाइट
सतर्क हो जाएं अगर आपका बच्चा बहुत अधिक चिप्स, पिज्जा, कोल्ड ड्रिंक्स और मिठाईयां खाता है। तले हुए खाद्य पदार्थों, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और अधिक शुगर वाले खाद्य पदार्थों से कोलेस्टॉल और फैट दोनों का स्तर बढ़ सकता है, जिससे आपका बच्चा मोटा हो सकता है। यही कारण है कि आप अपने बच्चे के खाने में अधिक से अधिक ताजी हरी सब्जियां, फल, होल ग्रेन, नट्स, दूध और दही शामिल करें। पैक्ड फ्रूट जूस में शुगर और प्रिजरवेटिव्स होते हैं, जो आपकी सेहत को खराब कर सकते हैं, इसलिए घर में ताजा फ्रूट जूस निकाल कर पिलाएं या फल खिलाएं।
हेल्थ कंडिशन
कई बार मोटापे के पीछे का कारण कोई अन्य स्वास्थय समस्या हो सकती है। थाइरॉइड, पीसीओडी जैसी बीमारियों में वजन बढ़ना उनके प्रमुख लक्षणों में से एक है, इसलिए अगर आपके बच्चे का वजन अधिक बढ़ रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पारिवारिक हिस्ट्री
अगर आपके परिवार में मोटापे की समस्या है तो बहुत हद तक संभावना है कि जेनेटिक कारणों से आपका बच्चा मोटापे का शिकार हो जाए। हालांकि, ऐसा हो यह जरूरी नहीं है, लेकिन इसकी संभावना अवश्य रहती है।
आस-पास का माहौल
बच्चे अपने आसपास हो रही घटनाओं को देखकर बहुत कुछ सीखते हैं। ऐसी कई आदतें भी घर से आती हैं। बच्चे अक्सर अपने घरवालों से खाने की आदत भी सीखते हैं। आपका बच्चा मोटापे का कारण बनने वाली आदतों (जैसे खराब खाने-पीने की आदत या अनियमित जीवनशैली) भी अपनाएगा। यही कारण है कि आप और आपके परिवार के सदस्य अपने बच्चे को अच्छी लाइफस्टाइल की आदतों का उदाहरण पेश करें और उन्हें एक हेल्दी माहौल देने की कोशिश करें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।