अब तक पांच हजार से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आए हैं
#CoronaVirus : देश में कोरोना वायरस महामारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। रोज सैकड़ों लोगों को शिकार बना रही है। देश में अब तक पांच हजार से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, डेढ़ सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। केंद्र सरकार ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन किया था, मगर मामले बढ़ते जा रहे हैं। कुछ जगह तो ऐसी हालत है कि पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाना पड़ जा रहा है।
आइए जानते हैं आखिर लॉकडाउन और सील में क्या फर्क है?
क्या होता है लॉकडाउन में ?
सीलिंग में छूट बिल्कुल नहीं
- लॉकडाउन के बाद भी जिन इलाकों से कोरोना के मामले बढ़ते गए, वहां सब कुछ सील कर दिया गया।
- लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई। दूध-राशन के लिए भी छूट नहीं है।
- सब दुकानें बंद करा दी गईं। डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग शुरू की गई। संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए।
- हर पॉजिटिव केस की संपर्कों की भी पहचान होगी ताकि कोई छूट ना जाए।
- कुछ मिलाकर इन इलाकों को पूरी तरह से अन्य क्षेत्रों से अलग कर दिया गया ताकि संक्रमण इन इलाकों से बाहर ना जाए।
- यही हाल यूपी, एमपी व दिल्ली के उन जिलों में भी होगा, जहां हॉटस्पॉट्स सील करने के आदेश दिए गए हैं।
- कई जिलों में हालात ऐसे बने कि पूरे जिले को सील करना पड़ा। भीलवाड़ा और इंदौर इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं।
लॉकडाउन
- लॉकडाउन के दौरान आप एहतियात के साथ जरूरी सामान लेने बाहर जा सकते हैं।
- फल, सब्जियां, राशन, दूध, दवाइयों के लिए बाहर जाने की छूट होती है। आपातकालीन सेवाएं चलती रहती हैं।
- मगर बेवजह घरों से निकलने पर कानूनी रोक है। देश में लॉकडाउन तो 25 मार्च से लागू है, इसके बावजूद इसी पीरियड में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
- महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल, मध्य प्रदेश, दिल्ली की स्थिति बेहद खराब है।
- इंदौर, भीलवाड़ा जैसे शहरों में तो लॉकडाउन के बावजूद मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।
पूरा जिला नहीं, हॉटस्पॉट होंगे सील
कोरोना वायरस के चलते यूपी के 15 जिलों को सील किए जाने की खबर आई तो कई जगहों पर लोग मार्केट की ओर दौड़ पड़े और दुकानों पर लंबी लाइन लग गई। लेकिन सरकार ने साफ किया है कि पूरे जिले को नहीं, बल्कि सिर्फ हॉटस्पॉट्स को सील किया जाएगा।
आगे बढ़ने की संभावना
- कोरोना वायरस के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए लॉकडाउन हटने की संभावना बहुत कम है।
- बुधवार को पीएम मोदी के वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में भी यही बात सामने आई कि 80 फीसद राजनीतिक पार्टियां लॉकडाउन जारी रखने के पक्ष में हैं।
- खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘राज्य, जिला प्रशासन और विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के विस्तार का सुझाव दिया है