आधिकारिक घोषणा बाकी है
#COVID19: भारत में भी 21 दिनों का lockdown news 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है जिसके बाद इसका और दो हफ्ते बढ़ना लगभग तय है. कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू भी कर दिया है लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से देशभर के लिए इसकी आधिकारिक घोषणा बाकी है.
दूसरे लॉकडाउन को लेकर आगे बढ़ रहा है
ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन whoने भारत में lockdown कोरोना को लेकर कहा है कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ दूसरे लॉकडाउन को लेकर आगे बढ़ रहा है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक लॉकडाउन के दूसरे चरण में न केवल बीमारी के प्रसारण को ध्यान में रखने की जरूरत है, बल्कि आजीविका भी सुनिश्चित करनी होगी ताकि उन्हें चोट कम पहुंचे.
इंडिया टुडे और आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने कोरोना वायरस पर WHO के विशेष दूत डेविड नाबरो से बात की. इंडिया टुडे ने उनसे जानना चाहा कि भारत में लॉकडाउन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की राय क्या है और देश को इसमें कैसे आगे बढ़ना चाहिए.
who के विशेष दूत डेविड नाबरो ने कहा, “हम भारत के लोगों द्वारा की गई कार्रवाई का समर्थन करते हैं. हमारे पास विस्तृत डेटा नहीं है लेकिन हम समझते हैं कि लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना के प्रकोप को रोका जा सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘सभी संबंधित नागरिक समाज, लोगों के संगठनों, स्थानीय और राष्ट्रीय सरकारों द्वारा संकट से प्रभावित लोगों की आजीविका की रक्षा के लिए प्रयास, विशेष रूप से खाद्य संकट को रोकने के लिए जारी प्रयासों से खुश हैं.’
तीन महीने की #EMI मोहलत पर ब्याज का मामला पहुंचा#SupremeCourt
यह पूछे जाने पर कि उन के अगले चरण में भारत को कैसे आगे बढ़ना चाहिए, नाबरो ने कहा कि lockdown 2.0 पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और डेटा को संकलित करने की जरूरत है.
‘थ्री L’ फॉर्मूला
- उन्होंने बताया, “तीन L को ध्यान में रखने की आवश्यकता है. वो हैं लाइफ, लाइवलीहुड और लिविंग.
- यानी कि उन्होंने सरकार को जीवन, आजीविका और जीने के तरीके को लेकर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है.
- नाबरो ने कहा कि हमें भविष्य में भी वायरस का सामना करने की आवश्यकता होगी जब तक कि हम इसे मिटाने में सक्षम नहीं हो जाते.
- बता दें कि लॉकडाउन 2.0 वह है जिसमें प्रमुख जोखिम स्थानों की पहचान की जाती है.
- नाबरो ने कहा कि इस लॉकडाउन को और अधिक धारदार बनाने और उसपर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.
SOURCE : AAJTAK