Daily Salt Intake: ज्यादा सोडियम वाले नमक का उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे लेकर चेताया है. Daily Salt Intake
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कौन सा नमक खाना चाहिए?
27 जनवरी 2025 को जारी किए की गाइडलाइन्स के मुताबिक लो सोडियम सॉल्ट सब्सटिट्यूट (LSSS) नमक का अच्छा विकल्प है. इनमें सामान्य नमक की तुलना में कम सोडियम होता है और अक्सर इसमें पोटेशियम क्लोराइड भी होता है ताकि सामान्य नमक जैसा स्वाद प्राप्त हो सके.
डब्ल्यूएचओ ने जारी की नई गाइडलाइन
इससे पहले भी संगठन ने गाइडलाइन जारी करके बताया था कि एक दिन में औसतन 5 ग्राम नमक ही खाना चाहिए. सोडियम युक्त नमक के लिए डब्ल्यूएचओ ने नई गाइडलाइन जारी की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का यह सुझाव भारतीयों के लिए काफी जरूरी माना जा रहा है. डब्ल्यूएचओ ने लोगों से कम सोडियम वाले नमक को खाने की अपील की है.
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किन लोगों को कम नमक खाना चाहिए?
गाइडलाइन में खाने में सामान्य टेबल साल्ट की जगह पोटैशियम युक्त कम सोडियम वाले नमक के उपयोग की बात कही गई है. यह सिर्फ एडल्ट्स और हेल्दी लोगों के लिए कहा गया है. वहीं, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और किडनी से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों को सामान्य नमक खाने की सलाह दी गई है.
ज्यादा नमक खाने के नुकसान
बता दें कि ज्यादा नमक खाना कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. इससे ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी, हार्ट अटैक, दिल से जुड़ी कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ज्यादा नमक खाना किडनी, लिवर और खून पर भी असर डालता है. पेट और त्वचा की समस्या, डिहाइड्रेशन और हड्डियों के कमजोर होने की समस्याएं भी होने लगती हैं.
एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए?
नमक का इस्तेमाल न ज्यादा करना चाहिए और न ही कम करना चाहिए, इसका बैलेंस तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक दिन में व्यक्ति को मात्र 5 ग्राम नमक खाना चाहिए, वहीं दो ग्राम प्रतिदिन सोडियम की खपत सही होती है. लेकिन, भारत में लोग औसतन 10 ग्राम तक नमक को हर दिन खाते हैं. नमक का इस्तेमाल ज्यादा करने से कई सारी शारीरिक समस्याएं पैदा होती हैं.
WHO की तारीफ
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी डब्ल्यूएचओ की इस सिफारिश की तारीफ की है. उनका कहना है कि कम सोडियम वाला नमक खाना भारतीय लोगों के लिए काफी उपयोगी है क्योंकि भारतीय स्वाद के मामले में समझौता करने से अमूमन बचते हैं और इस चक्कर में ज्यादा नमक का सेवन करते हैं.
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